कांगड़ा के धर्मशाला में बीते 24 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। बुधवार सुबह इंदिरा प्रियदर्शनी हाइड्रल प्रोजेक्ट, सोकणी दा कोट (खनियारा) के समीप मणुणी खड्ड में अचानक जलस्तर बढ़ने से बड़ा हादसा हो गया। खड्ड किनारे बनाए गए शेड में रह रहे करीब 15 से 20 मजदूर पानी के तेज बहाव में बह गए। सूचना मिलते ही प्रशासन, आपदा प्रबंधन टीम और पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन खराब मौसम के चलते राहत कार्य में मुश्किलें आ रही हैं। दो प्रवासी मजदूरों का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि बाकी लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। शव को पहचान के लिए जिला अस्पताल धर्मशाला के शवगृह में रखा गया है। एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि अभी तक दो शव निकाले गए हैं। इसके अलावा और जानकारी इकट्ठा की जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसी हृदय विदारक घटना शायद ही पहले कभी देखी गई हो। खड्ड का बहाव इतना तेज था कि देखते ही देखते मजदूरों के शेड पानी में समा गए। प्रशासन ने क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया है और लोगों से खड्डों व नालों से दूर रहने की अपील की है। फतेहपुर में ग्रामीणों की सूझबूझ से बची जान
धर्मशाला के फतेहपुर क्षेत्र में भी एक मध्यम आयु वर्ग का व्यक्ति उफनती खड्ड में फंस गया, लेकिन समय रहते स्थानीय ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए उसे सुरक्षित निकाल लिया। बीते 24 घंटों में धर्मशाला और आसपास के इलाकों में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। मंगलवार रात 49.3 मिमी बारिश हुई, जबकि 21 से 24 जून तक क्रमशः 10 मिमी, 15 मिमी, 30 मिमी और 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। पालमपुर तहसील के एक संपर्क मार्ग पर भूस्खलन के कारण रास्ता बंद हो गया है। जल शक्ति विभाग के अनुसार कांगड़ा जिले में कई जगहों पर बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार तक तैयार की जाएगी। स्कूलों और बाजारों पर असर, बच्चों को भेजा नहीं स्कूल
धर्मशाला के स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बहुत कम रही। कई माता-पिता ने भूस्खलन और फिसलन भरी सड़कों के डर से बच्चों को घर पर ही रखा। बाजारों में भी दिनभर सन्नाटा पसरा रहा, कई दुकानों ने देर से खुलने का निर्णय लिया और ग्राहक भी बेहद कम नजर आए। बारिश ने एक ओर जहां जनजीवन को प्रभावित किया, वहीं दूसरी ओर कृषि समुदाय में नई उम्मीदें जगा दी हैं। खानियारा, सकोह, सुधर, घरोह, दारही और योल के किसान धान की रोपाई के लिए खेतों में पानी भरने से खुश हैं। सकोह निवासी सरूप चंद ने बताया, “बारिश से खेत पानी से लबालब हो गए हैं, रोपाई के लिए बिल्कुल सही समय है।” राजिंदर कुमार ने कहा, “समय पर बारिश होने से इस बार अच्छी फसल की उम्मीद है।” अगले 48 घंटे भारी, प्रशासन सतर्क
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, खासतौर पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में। जिला प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और खड्डों से दूर रहने की अपील की है।
कांगड़ा में पानी के खड्ड में 20 मजदूर बहे:2 के शव बरामद, सर्च ऑपरेशन जारी; तेज बहाव में फंसा व्यक्ति
