हरियाणा के कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। सुबह करीब 8 बजे तक नदी में 25,218 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। मारकंडा में अचानक पानी आने से नदी से सटे गांवों में पानी घुसने का खतरा मंडराने लगा है। इन गांवों के लोग पानी चढ़ता देख सहमे हुए हैं। दरअसल, आज तड़के करीब 3 बजे हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के काला अंब में बादल फट गया। बादल फटने से मारकंडा नदी में सैलाब की तरह पानी भर गया। शाहाबाद में मारकंडा नदी का तटबंध सुरक्षित है। मारकंडा में 30 हजार क्यूसेक पानी आने तक खतरे की आशंका नहीं है, लेकिन अंबाला के हेमा माजरा गांव में नदी पर कोई बांध नहीं है। हेमा माजरा से बना खतरा इस गांव में नदी पर कोई बांध नहीं होने की वजह से शाहाबाद में नदी से सटे गांवों में खतरा बढ़ गया है। यहां से पानी खेतों के रास्ते गांवों में घुस सकता है। इस कारण नदी से सटे गांव डरे हुए हैं। साल 2023 में आई बाढ़ ने काफी कुछ तबाह कर दिया था। इन गांवों पर मंडरा रहा संकट शाहाबाद के बाद नदी का पानी कठवा, कलसाना और गुमटी बेल्ट की ओर बढ़ेगा। इन इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने के पूरे आसार हैं। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है, लेकिन लोगों में सरकारी तैयारियों को लेकर भारी नाराजगी है। गांववासियों का कहना है कि समय रहते बचाव के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए। शहर में पानी-पानी जिले में सुबह से चल रही बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। कुरुक्षेत्र और शाहाबाद में पानी-पानी हो चुका है। निचले इलाकों में पानी भर चुका है। शाहाबाद के सरकारी अस्पताल के बाहर घुटनों तक पानी खड़ा है। जलनिकासी की व्यवस्थाएं पूरी तरह फेल नजर आ रही हैं। दावों की निकली हवा कल महज 2 घंटे की हुई बारिश से शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए। प्रशासन की अब तक की गई तैयारियों व दावों पर पानी फिर गया। शहर की मुख्य सड़क से लेकर सेक्टर, कॉलोनियों, मोहल्लों, मंदिरों और दुकानों के अंदर तक पानी भर गया था।