ज्योतिर्मठ के ढाक गांव में होम स्टे में रहने के दौरान भाई-बहन ने 11 अप्रैल को होम स्टे छोड़ने की बात होम स्टे मालिक को कही थी। ये दोनों आर्थिक संकट के ऐसे दौर से गुजर रहे थे कि उन्होंने कुछ समय पहले एक मोबाइल और जेवर भी बेचे थे। 

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