हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के खिलाफ करुणा मूलक संघ ने मोर्चा खोल दिया है। संघ की उपाध्यक्ष बॉबी शुटरा ने कांग्रेस सरकार पर चुनावी वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया है। शुटरा ने कहा कि सत्ता में आए दो साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद करुणा मूलक को अभी तक न्याय नहीं मिला है। मांगों पर 432 दिनों तक चला अनशन उन्होंने बताया कि पूर्व भाजपा सरकार में भी उनकी अनदेखी हुई और अपनी मांगों को लेकर उन्होंने 432 दिनों तक अनशन किया, जो किसान आंदोलन से भी लंबा था। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष रहते हुए वर्तमान उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री हर मंच करुणा मूलक की मांगों को पूरा करने का आश्वासन देते रहे, लेकिन अब सरकार में दो सालों से ज्यादा का समय पूरा हो गया है, लेकिन आज भी वह भटक रहे है। स्थायी नीति बनाने का था वादा संघ ने सुक्खू सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान करुणा मूलक के लिए स्थायी नीति बनाने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रदेश में 3,234 करुणा मूलक परिवारों के मामले लंबित हैं, जिन्होंने परिजनों ने विषम परिस्थितियों में सरकार को अपनी सेवाएं दी थी। काबिलियत के अनुसार दी जाए नौकरी उन्होंने कहा कि आय सीमा व नौकरियों में 5% कोटे की शर्त हटाकर कर सभी करुणा मूलक को उनकी काबिलियत के अनुसार नौकरी दी जाए। करुणा मूलक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देगी, तो वे आने वाले दिनों में अपना आंदोलन और तेज करेंगे। यह मामला उनके अधिकारों और स्वाभिमान से जुड़ा है, जिसके लिए वे लड़ाई जारी रखेंगे।

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