(रिपोर्ट-दीपिका )-अब एक बार फिर से हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की चहल कदमी दिखेगी। प्रदेश सरकार के सीमाओं को खोलने के फैसले के बाद पर्यटकों ने होटलों की अग्रिम बुकिंग शुरू करवा दी है। पर्यटन नगरी कुल्लू, मणिकर्ण, कसोल में आने वाले दिनों में भारी संख्या में पर्यटक दिखाई देंगे। अब बिना पंजीकरण के पर्यटक कुल्लू व मनाली की वादियों को निहार सकेंगे। इससे पूर्व छु़टपुट पर्यटक जो आ रहे थे उन्हें सीमाओं पर रोका जा रहा था। ऐसे में हिमाचल प्रदेश जो कि पर्यटन बहुल क्षेत्र माना जाता है, यहां पर इसका विपरित प्रभाव पड़ रहा था। बंजार और मणिकर्ण घाटी में पहले से ही होटलों को खोल दिया गया है। अब पर्यटन कारोबारियों को भी एक उम्मीद जग गई है। उनका कारोबार लंबे समय से बंद चल रहा था ऐसे में अब सरकार ने सीमाओं को खोलने के बाद पर्यटकों का आवागमन कर दिया है।और अब कारोबार फिर से पटरी पर लौटेगा।मणिकर्ण घाटी के पर्यटन कारोबारी किशन ठाकुर, इंद्रजीत सिंह, प्रविद्र ठाकुर, राजेश, रूप सिंह, दलजीत, पूर्ण ठाकुर, अमन सूद, धनवीर ठाकुर, महेंद्र सिंह, शशिपाल का कहना है पर्यटकों के आने का हम स्वागत करते हैं। काफी समय से मणिकर्ण घाटी का दिल कसोल सुनसान पड़ा हुआ था। अब मार्च के बाद पर्यटकों की यहां पर चहल कदमी से घाटी के लोगों के लिए रोजगार खुलेगा।और स्थानीय लोगों, टैक्सी चालक, दुकानदारों,गाइडों का भी रोजगार खुल जाएगा।वहीं मनाली में 1 अक्टूबर से सभी होटल खोल दिए जायेंगे।होटलों को खोलने की तैयारियां शुरू हो गई है। मनाली व कुल्लू में भी 22 मार्च से होटल बंद हैं।पर्यटन कारोबारियों में उम्मीद बंधी है कि आने वाले दिनों में एक बार फिर मनाली में सैलानियों का सैलाब उमड़ेगा और छह माह से मंदी की मार झेल रहे पर्यटन कारोबारियों की कुछ हद तक दिक्कतें दूर होंगी।जिला कुल्लू में करीब ढाई हजार से अधिक पर्यटन इकाइयां है, जिसमें छोटे-बड़े होटल, होम स्टे के साथ रेस्तरां हैं। ऐसे में प्रदेश की सीमाओं को सभी के लिए खोल देने के बाद सभी राज्यों से आसानी से पर्यटक कुल्लू-मनाली घूमने के लिए पहुंच सकेंगे। पर्यटन कारोबारी रवि, शिवराम ठाकुर, वेदराम, बुद्धि ठाकुर का कहना है कि सीमाएं खोल देने से कारोबार शुरू होने की उम्मीद जगी है। साथ ही कुछ सावधानियां बरतने जैसे-मास्क पहनना,भीड़ वाली जगहों पर न जाना,हाथों को सैनिटाइज करना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना आदि अत्यंत आवश्यक होगा।

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