{अनुरंजनी गौत्तम – शिमला }हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में आशातीत प्रगति की है। वर्तमान में प्रदेश सरकार कौशल आधारित शिक्षा प्रणाली विकसित करने पर बल दे रही है। यह बात शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने यहां पेनसिल्वेनिया ग्लोबल तथा एजुकेशन हब (पेन हब) के प्रतिनिधियों के साथ समझौता ज्ञापन की औपचारिकताओं पर चर्चा करने के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते कही। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार नई शिक्षा नीति के तहत कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहभागिता पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस दिशा में प्रदेश सरकार ने कॉमनवेल्थ ऑफ पेनसिल्वेनिया (पीएएसएसएचई), संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के साथ आशय-पत्र हस्ताक्षरित किया है, जिसके तहत पेन हब के माध्यम से शैक्षणिक सहभागिता की पहल की गई है। इस समझौते में उच्च शैक्षणिक संस्थानों के मध्य रणनीतिक सहभागिता तथा परस्पर संपर्क व समय-समय पर ज्ञान आदान-प्रदान कार्यक्रम की मेजबानी पर बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पहल से रोजगार मूलक सहयोगात्मक शोध एवं पाठ्यक्रम कार्यक्रम के साथ-साथ विद्यार्थी आदान-प्रदान कार्यक्रम तथा शिक्षाविदों, प्रशासकों के लिए व्यावसायिक विकास प्रशिक्षण की सुविधा प्राप्त होगी।रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार पेन हब के सहयोग से विद्यार्थियों में विविधता, अंतर-सांस्कृतिक जागरूकता तथा आपसी समन्वय में सुधार लाएगी। इससे प्रदेश के विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालयों में संबंध सुदृढ़ होंगे जिससे विविध शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा और हिमाचल प्रदेश के विद्यार्थियों को यूएसए में अध्ययन के अधिक अवसर प्राप्त होंगे।भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात में कॉमनवेल्थ ऑफ पेनसिल्वेनिया की विशेष दूत कनिका चौधरी ने समझौता ज्ञापन के उद्देश्यों तथा संभावनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पेन हब समझौता ज्ञापन के सफल कार्यान्वयन के लिए मार्गदर्शन तथा सहयोग प्रदान करेगा। बैठक के दौरान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने भी अपने विचार तथा सुझाव साझा किए।इस अवसर पर निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा, डीन योजना तथा शिक्षक मामले प्रो. अरविंदर कुमार भट्ट तथा प्रो. डॉ. शशिकांत शर्मा भी उपस्थित रहे।