हिमाचल प्रदेश में बद्दी की SP इल्मा अफरोज पर समुदाय विशेष के लोगों को थोक में गन लाइसेंस देने के आरोप निराधार पाए गए। इसे लेकर बीते दिनों सोशल मीडिया में खूब दुष्प्रचार कर SP को बदनाम करने की कोशिश की गई। सरकार ने मीडिया को बयान जारी कर स्पष्ट किया कि यह आरोप पूरी तरह निराधार है। मंडी के आरटीआई कार्यकर्ता अरविंद कुमार द्वारा मांगी गई रिपोर्ट में भी इल्मा अफरोज के 9 माह 9 दिन के कार्यकाल में अल्पसंख्यक समुदाय को केवल 2 लाइसेंस रिकमेंड करने की बात सामने आई है। इसमें एक लाइसेंस पारिवारिक सुरक्षा तथा दूसरा आत्मरक्षा से जुड़ा है। सरकार के स्पष्टीकरण के अनुसार, इल्मा ने अपने कार्यकाल में 50 लाइसेंस बनाने की ADC (अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी) से सिफारिश की थी। इसमें से अल्पसंख्यकों के दो ही लाइसेंस बनाए गए। लाइसेंस देने का निर्णय ADC कार्यालय द्वारा लिया जाता है। SP का कांग्रेस विधायक से चल रहा टकराव SP इल्मा अफरोज का कांग्रेस विधायक एवं CPS रामकुमार चौधरी के साथ टकराव चल रहा है। SP ने विधायक की पत्नी की गाड़ियों के बीते दिनों चालान काटे थे। इससे विधायक नाराज हो गए। इसी तरह एक स्क्रैप कारोबारी पर SP शिकंजा कस रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप व्यापारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं थी। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन पिछला रिकॉर्ड देखते हुए SP ने इसे मंजूरी नहीं दी। स्क्रैप कारोबारी नेताओं का काफी करीबी बताया जा रहा है। इस वजह से SP पर दबाव था। मगर इल्मा अफरोज झुकी नहीं। CM के साथ मीटिंग को पहुंची थी शिमला इल्मा अफरोज बीते बुधवार को मुख्यमंत्री सुक्खू की अध्यक्षता में रखी गई डीसी-एसपी की मीटिंग में शामिल होने शिमला पहुंची थीं। यहां उनकी मुलाकात कुछ नेताओं और सीनियर पुलिस अफसरों से हुई। उसी दिन इल्मा अफरोज वापस लौटी और नेताओं व अफसरों के आगे झुकने के बजाय वह सरकारी आवास खाली करके अपनी मां के साथ लंबी छुट्टी पर चली गई। सरकार ने विनोद को सौंपा एसपी बद्दी का चार्ज इल्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली हैं। वहीं सरकार ने मंगलवार शाम को SP बद्दी का चार्ज हिमाचल पुलिस सेवा के अधिकारी विनोद को दे दिया है। विनोद को यह चार्ज इल्मा के ड्यूटी पर लौटने तक दिया गया है। बद्दी का वह स्क्रैप कारोबारी जिस पर खुद ही गोली चलाने के आरोप लगे विधायक से टकराव की वजह… पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इल्मा ने 7 जनवरी 2024 को ही बद्दी की SP का कार्यभार संभाला था। अगस्त 2024 में उनका दून के विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव शुरू हुआ। इल्मा ने अवैध खनन के आरोप में विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काट दिए। इससे विधायक नाराज हो गए। उन्होंने एसपी पर विधानसभा सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए। वहीं SP को विधानसभा के प्रिविलेज मोशन से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिलाया था। 15 अगस्त के कार्यक्रम में नहीं पहुंची SP इसके बाद 15 अगस्त के कार्यक्रम में SP इल्मा अफरोज नहीं पहुंची थीं। इससे भी विधायक खासे नाराज हुए। इसके बाद जब प्रदेश के उद्योग मंत्री SP ऑफिस का दौरा करने गए तो विधायक उनके साथ नहीं गए। हाईकोर्ट की वजह से ट्रांसफर नहीं कर पाए विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान के बाद सरकार एसपी को ट्रांसफर करने की तैयारी में थी। मगर नालागढ़ का यौन शोषण के केस में हाईकोर्ट ने इल्मा को इसकी जांच की जिम्मेदारी सौंपी और हाईकोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट देने तक तबादले पर रोक लगा रखी है। इस मामले में 30 नवंबर को कोर्ट में सुनवाई होनी है। हमारा काम आवेदन की पुलिस वैरिफिकेशन करना: अफरोज छुट्टी पर चल रही एसपी इल्मा अफरोज ने बताया, पुलिस के पास गन लाइसेंस बनाने की अथॉरिटी नहीं है। यह काम जिला प्रशासन का होता है। हमारे पास एडीएम के माध्यम से जो गन लाइसेंस बनाने के लिए संबंधित आवेदन आते है उसमें हम उम्मीदवार के चरित्र का सत्यापन करके जिलाधीश कार्यालय को भेजे देते हैं। उन्होंने कहा कि गन लाइसेंस देने या न देने में हमारी कोई भूमिका नहीं होती।