हिमाचल प्रदेश में बद्दी की SP इल्मा अफरोज इन दिनों सुर्खियों में है। IPS अधिकारी इल्मा अफरोज का कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव चल रहा था। हालांकि वह नहीं झुकीं और अचानक अपना सरकारी आवास खाली कर मां के साथ चली गईं। वह अपना चार्ज भी ASP को देकर चली गईं। इल्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली हैं। सूत्रों के मुताबिक इल्मा ने विधायक की पत्नियों की गाड़ियों के चालान काटे थे। इसके अलावा एक स्क्रैप कारोबारी के केस में भी उन पर दबाव बनाया जा रहा था। वह पिछले बुधवार को वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के DC-SP के साथ संवाद कार्यक्रम के लिए शिमला आई थीं। यहां उनकी मुलाकात सत्ताधारी नेताओं और पुलिस अधिकारियों से हुई। अचानक वह बुधवार को ही वापस लौट आईं और छुट्‌टी लेकर चली गईं। उन्होंने रात में ही बद्दी स्थित अपने सरकारी आवास से सामान समेटा और गुरुवार सुबह मां के साथ रवाना हो गईं। विधायक से टकराव की 2 वजहें 1. पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इल्मा ने 7 जनवरी 2024 को ही बद्दी की SP का कार्यभार संभाला था। अगस्त 2024 में उनका दून के विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव शुरू हुआ। इल्मा ने अवैध खनन के आरोप में विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काट दिए। इससे विधायक नाराज हो गए। उन्होंने एसपी पर विधानसभा सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए। वहीं SP को विधानसभा के प्रिविलेज मोशन से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिलाया था। 2. 15 अगस्त के कार्यक्रम में नहीं पहुंची SP
इसके बाद 15 अगस्त के कार्यक्रम में SP इल्मा अफरोज नहीं पहुंची थीं। इससे भी विधायक खासे नाराज हुए। इसके बाद जब प्रदेश के उद्योग मंत्री SP ऑफिस का दौरा करने गए तो विधायक उनके साथ नहीं गए। स्क्रैप डीलर का कांग्रेसी कनेक्शन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ था। जिसमें स्क्रैप व्यापारी रामकिशन की बुलेटप्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गईं थी। जांच में पता चला कि रामकिशन ने ही खुद पर गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन पिछला रिकॉर्ड देखते हुए इसे मंजूरी नहीं दी गई। पुलिस ने रामकिशन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। व्यापारी किसी कांग्रेसी नेता का करीबी बताया जा रहा था। हालांकि इल्मा अफरोज उसके दबाव के आगे नहीं झुकीं। मामला शिमला भी पहुंचा लेकिन इल्मा ने सीनियर अफसरों से भी जांच रोकने से इनकार करने की बात कह दी। हाईकोर्ट की वजह से ट्रांसफर नहीं कर पाए
यह भी सामने आया है कि विधायक से विवाद के बाद एसपी इल्मा को ट्रांसफर करने की तैयारी थी। हालांकि तभी नालागढ़ का यौन शोषण केस सामने आ गया। जिसमें हाईकोर्ट ने इल्मा को इसकी जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। हाईकोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट दिए जाने तक तबादले पर रोक लगा रखी थी। छुट्‌टी पर गईं, तबादला भी संभव
सूत्रों के मुताबिक पुलिस अधिकारियों ने ही उन्हें लंबी छुट्टी या ट्रांसफर का विकल्प दिया। जिसके बाद इल्मा लंबी छुट्‌टी पर चली गईं। माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही उन्हें बद्दी के SP के पद से भी हटा सकती है।

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