{अनुरंजनी गौत्तम -शिमला } मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां इंदिरा गांधी राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय (आईजीएमसी) के नए ओ.पी.डी. ब्लॉक में लगभग 30.90 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित ट्रॉमा ब्लॉक का लोकार्पण किया।ट्रॉमा ब्लॉक के इस बहुमंजिला भवन में फिजियोथैरेपी वार्ड, स्पेशल वार्ड, आपातकालीन चिकित्सा इकाई, गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) बेड, आईसोलेशन वार्ड सहित सीटी स्कैन, एक्स-रे, सैंपल एकत्रीकरण केंद्र तथा पैथोलॉजी प्रयोगशाला की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। घायलों व गंभीर रोगियों के उपचार संबंधी वरीयता के लिए यहां अलग व्यवस्था की गई है। अन्य आपात सेवाओं के साथ-साथ यहां पर डॉक्टर, नर्स तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कक्ष, रोगियों के बैठने के लिए स्थान तथा अन्य जनोपयोगी सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।मुख्यमंत्री ने इस अवसर नए ओपीडी परिसर का अवलोकन किया और रोगियों, उनके परिचारकों तथा अस्पताल स्टाफ के साथ संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि इस ब्लॉक के निर्माण से लोगों को गुणवत्तापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं मिलने के साथ साथ यहां सेवाएं देने वाले डॉक्टरों एवं अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ को कार्य करने के लिए उचित वातावरण भी प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में मशीनरी तथा उपकरणों के लिए 12 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं। यह उपकरण व मशीनरी, संस्थान के सर्जरी, ऑर्थोपीडिक्स, न्यूरो-सर्जरी, रेडियोलॉजी तथा एनस्थिसिया विभाग में उपयोग में लाए जाएंगे।ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही है। प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में आपातकालीन चिकित्सा को सृदृढ़ करने के लिए अलग से विभाग स्थापित किए जाएंगे। इसमें प्रत्येक 6 बिस्तर में दाखिल मरीजों की सुविधा के लिए एक नर्स तथा 10 बिस्तर में मरीजों की सुविधा के लिए चिकित्सक की व्यवस्था होगी। गहन देखभाल केंद्र (आईसीयू) में प्रत्येक बिस्तर में मरीजों की सुविधा के लिए एक नर्स की व्यवस्था की जाएगी। यहां विशेषज्ञ चिकित्सा भी तैनात किए जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अनेक कदम उठा रही है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में रोबॉटिक सर्जरी की सुविधा प्रदान की जाएगी ताकि लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें। इसके अतिरिक्त इन स्वास्थ्य संस्थानों में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए 5-जी प्रौद्योगिकी का समावेश किया जाएगा।उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को उनके घर-द्वार के समीप उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रत्येक मेडिकल ब्लॉक में आधुनिक प्रौद्योगिकी युक्त हाईटैक अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। चिकित्सा महाविद्यालय प्रबंधन ने मुख्यमंत्री को सम्मानित भी किया।इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के ओजस्वी नेतृत्व में स्वास्थ्य की आधारभूत संरचना सुदृढ़ करने के लिए विशेष कदम उठा रही है। ग्राम स्तर पर बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।विधायक हरीश जनारथा ने आईजीएमसी में लोगों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, सचिव, स्वास्थ एम. सुधा देवी, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा,आईजीएमसी की प्रधानाचार्या डॉ. सीता ठाकुर, चिकित्सा अधीक्षक डॉ राहुल राव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।