धर्मशाला में प्रदेश के पहले अंतरराज्यीय बस अड्डे का प्रोजेक्ट 8 साल से अधिक समय से लटका हुआ है। अभी तक बस अड्डे में सिर्फ रिटेनिंग वॉल ही बन पाई है। लैंडस्लाइड के कारण रिटेनिंग वॉल भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ऊना, चिंतपूर्णी और धर्मशाला में तीन बस अड्डों के प्रोजेक्ट बिल्ड ऑपरेट एंड ट्रांसफर (बीओटी) के आधार पर निजी कंपनी को आवंटित किए थे। ऊना और चिंतपूर्णी में बस अड्डे बनकर तैयार हो चुके हैं और चल भी रहे हैं, लेकिन धर्मशाला बस अड्डे का काम अभी शुरू नहीं हो पाया है। निजी कंपनी को बसों और निजी कारों के लिए पर्याप्त पार्किंग स्थल के साथ आधुनिक बस अड्डा विकसित करना था। बस अड्डे में मार्केट कॉम्प्लेक्स और फूड कोर्ट बनाने की भी योजना थी। कंपनी को नहीं मिली जमीन कंपनी को 40 साल की अवधि के लिए बस स्टैंड चलाने का अधिकार दिया गया था, जिसके बाद समझौता ज्ञापन के अनुसार संपत्ति को एचआरटीसी को वापस सौंप दिया जाना था। धर्मशाला बस अड्डे का काम शुरू नहीं हो सका, क्योंकि जमीन उस कंपनी को नहीं सौंपी जा सकी, जिसके साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। जमीन इसलिए नहीं सौंपी जा सकी, क्योंकि वन भूमि के रूप में वर्गीकृत इस जमीन के लिए केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की अनुमति अभी मिली है, जबकि नक्शा हेडक्वॉटर से अप्रूव होकर आना है। दो-दो मुख्यमंत्री और एक कैबिनेट मंत्री कर चुके हैं 3 बार भूमि पूजन गौरतलब है कि बस अड्डा बनाने के लिए वर्ष 1987 में परिवहन निगम के नाम 6082 वर्ग मीटर भूमि आवंटित हो गई थी। इसके अलावा वन विभाग की 2143 वर्ग मीटर अतिरिक्त भूमि परिवहन निगम के नाम होनी थी, लेकिन भूमि की एफसीए क्लीयरेंस न होने के कारण यह काम अधर में लटका था। वहीं एफसीए क्लीयरेंस होने के बाद परिवहन निगम के नाम भूमि की लीज होनी थी। इसके लिए निगम की ओर से लीज पर भूमि लेने के लिए 53,575 रुपए भी जमा करवा दिए गए थे। 2021 में CM जयराम ठाकुर ने किया था भूमि पूजन 2017 में तत्कालीन खाद्य आपूर्ति एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री जीएस बाली ने इस अंतरराज्यीय आधुनिक बस अड्डे का शिलान्यास किया था। इसके बाद 2021 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस बस अड्डे का भूमि पूजन किया। मई 2023 में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने फिर से इस बस अड्डे का भूमि पूजन किया। जुलाई 2024 में नगरोटा बगवां के गांधी मैदान में आयोजित बाल मेले में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने दिवंगत जीएस बाली के नाम पर धर्मशाला बस अड्डे का नाम रखने की घोषणा की। एसडीएम धर्मशाला संजीव भोट ने बताया कि राजस्व विभाग की ओर से हाल में परिवहन निगम के नाम 2143 वर्ग मीटर भूमि 40 वर्षों के लिए लीज पर कर दी गई है। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं। अब बस अड्डे के निर्माण के लिए भूमि नाम हो गई है। अब बस अड्डा का निर्माण कार्य शुरू किया जा सकता है। डिविजनल मैनेजर पंकज चड्डा ने बताया कि धर्मशाला बस अड्डे के निर्माण के लिए भूमि परिवहन निगम के नाम न होने के कारण काम लटका था, लेकिन अब वन विभाग की भूमि परिवहन निगम के नाम ट्रांसफर हो गई है। हेड ऑफिस से मैप अप्रूव होकर आते ही अन्य शेष औपचारिकताओं को पूरा कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

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