हिमाचल के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में कुछ बदमाशों ने एक बच्चे को किडनैप कर लिया। उन्होंने बच्चे को नशीली दवा सुंघाई जिससे वह बेहोश हो गया, इसके बाद बदमाश उसे अपनी गाड़ी में बैठा कर ले जाने लगे। कुछ दूर बाद जब उन्होंने रास्ते में गाड़ी रोकी तब तक बच्चे को होश आ चुका था। मौका पाकर वह तुरंत गाड़ी से उतरकर भाग गया और एक दुकानदार के पास पहुंच कर खुद को बदमाशों से बचाया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर बच्चे को अपने साथ ले गई। एक दुकान पर भाग कर पहुंचा बच्चा
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के चांदनी गांव के 11 वर्षीय बच्चे का गुरुवार शाम अपहरण का प्रयास किया गया। जानकारी के अनुसार पांवटा थाने में एक व्यक्ति द्वारा फोन करके बताया गया कि उनकी दुकान में एक 11 साल का बच्चा आया है, जिसकी हालत खराब है। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बच्चे को अपने कब्जे में लिया और थाने ले आए। थाना प्रभारी करतार सिंह ने बच्चे से पूछताछ की तो बच्चे ने अपना नाम मयंक, पिता का नाम अशोक निवासी चांदनी बताया। इस दौरान पुलिस ने बच्चे द्वारा दिए गए फोन नंबर पर फोन कर उनके परिजनों को थाने बुलाया। घर से सब्जी लेने गया था नाबालिग
बच्चे ने बताया कि कुछ लोग उसे दवाई सुंघा कर ले जा रहे थे, शातिर रास्ते में गाड़ी रोकने पर मासूम उनके चंगुल से निकल कर भाग गया। परिजनों के सामने मयंक ने पुलिस को बताया कि जब वह चांदनी में अपने घर से सब्जी लेने आया था, तो दो गाड़ी सवार व्यक्तियों ने उसे कुछ सुंघा कर बेहोश कर दिया और गाड़ी में चांदनी से पांवटा की तरफ ले आए। भेड़े वाला के पास जब उन्होंने गाड़ी रोकी तो बच्चा मौका देखकर पिछले दरवाजे से भाग गया और एक दुकान में जाकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने मयंक का मेडिकल करवा कर परिजनों को सौंप दिया है। इस दौरान डीएसपी अदिति सिंह ने बताया कि पुलिस मामले में जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जल्द ही सच्चाई का पता लग जाएगा।