हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बैंक कर्मी द्वारा एक खाता धारक के साथ फ्रॉड करने का एक मामला सामने आया है। शिकायत में आरोप है कि बैंक कर्मी ने एक महिला खाताधारक के डेबिट कार्ड पर बिना उसकी परमिशन के लोन लिया है। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नीलम शर्मा पत्नी सतपाल शर्मा निवासी लोअर चक्कर, शिमला ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि वह लाइफ लाइन टूटू में काम करती है। महिला का आरोप है कि HDFC बैंक के कर्मचारी जयंत ने उसके साथ फ्रॉड किया है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 3 जुलाई 2023 को जयंत उसके ऑफिस में आकर उससे बैंक में खाता खोलने का आग्रह किया। उसके आग्रह पर उन्होंने बैंक में खाता खोला और बैंक में 1,00,000 रुपए की एफडी की। इसके बाद जयंत ने एटीएम लाकर उसे एक्टिव किया और बिना उसकी अनुमति के नेट बैंकिंग शुरू कर दी । दिसंबर 2023 में 83325 रुपए का लिया लोन
पुलिस से मिली जानकारी में अनुसार महिला ने पुलिस को बताया कि 5 फरवरी 2024 को 5238 रुपए की क़िस्त कटने के संदेश मिला जिसके बाद उन्होंने बैंक विजिट कर पता करने की कोशिश की तो उसे पता चला कि 83325 का लोन लिया है जो दिसंबर 2023 में स्वीकृत हुआ है। जिसके बाद उसने बैंक से खाता बन्द करने की शिकायत दी लेकिन बैंक ने तर्क दिया कि इस खाते से लोन लिया गया है इसलिए खाता बन्द नही किया जा सकता है। महिला ने पुलिस को शिकायत में आरोप लगाया है कि बैंक मैनेजर सुनील नेगी व कर्मचारी जयंत ने मिलकर उसके साथ फ्रॉड किया है। उधर पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ़ भारतीय न्याय संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज का लिया है और मामले में जांच की जा रही है।

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