मुश्ताक अहमद शाह बुखारी ने फरवरी 2022 में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ चार दशक लंबा नाता तोड़ दिया था। अनुसूचित जनजाति के दर्जे को लेकर उनका पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से विवाद हुआ था जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी और इस साल फरवरी में बीजेपी में शामिल हुए थे।
मुश्ताक अहमद शाह बुखारी ने फरवरी 2022 में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ चार दशक लंबा नाता तोड़ दिया था। अनुसूचित जनजाति के दर्जे को लेकर उनका पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से विवाद हुआ था जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी और इस साल फरवरी में बीजेपी में शामिल हुए थे।