{महिमा गौत्तम – कुल्लू } नारकोटिक्स कोआर्डिनेशन कमेटी की जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि कमेटी का गठन करने का उद्देश्य जिले को ड्रग्स व्यसन के दुष्चक्र से बाहर निकालना है तथा ड्रग्स का दुरुपयोग न हो इस पर नजर रखना है। उन्होंने कहा कि ड्रग ट्रेफिकिंग से संबंधित वर्तमान तरीक़ों के बारे में जानकारी हासिल करने तथा उसको रोकने के लिए इस जानकारी को आदान प्रदान करने की आवश्यकता है। जिसके लिए भून्तर स्थित पुनर्वास केन्द्र में उपचाराधीन मरीज़ों की भी मदद ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिले में अफीम के पौधों एवं भांग की फसल की गैर कानूनी खेती पर कड़ी रख कर उस पर रोक लगाने की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि कुछ विशेष क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि ड्रग्स व्यसन, नशे के दुष्प्रभाव के बारे लोगो को जागरूक करने की आवश्यकता है जिसके लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस तरह जागरूकता अभियान विशेषकर स्कूलों तथा कॉलेजों में चलाया जाएगा। ताकि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे सचेत व जागरूक किया जा सके। इसके लिए विभिन्न माध्यमों सहित नुक्कड़ नाटकों से भी लोगों तक सन्देश पहुंचाकर उन्हें जागरूक किया जाएगा। उन्होंने ड्रग फ़्री मोबाइल एप्प के अधिकाधिक प्रचार प्रसार करने पर भी बल दिया।उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों जहां ग़ैर- कानूनी पदार्थों की खेती की सम्भावना रहती है, में विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, जिसके द्वारा कि ड्रग्स के हानिकारक प्रभावों के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाई जाऐगी , तथा नशीले पदार्थों के हमारे मन मस्तिष्क एवं शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में लोगों को अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा की गैर कानूनी (नशीले) नारकोटिक पदार्थों की खेती से प्रभावित क्षेत्रों में वैकल्पिक विकास कार्यक्रम आरंभ करने की आवश्यकता है। उपायुक्त ने बताया कि ड्रग्स के प्रभाव की गहनता का अनुमान लगाने की आवश्यकता है ताकि ड्रग्स की आदतों को छोड़ने के लिए प्रभावी कार्यक्रम बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा सके।उन्होंने जानकारी दी कि जिले में ड्रग्स डीएडिक्शन एवं पुनर्वास केंद्रों का समय समय पर निरीक्षण किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि समय बद्ध तरीके से विभिन्न हित धारकों तथा संगठनों के साथ कार्य करने की आवश्यकता है, साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा उनसे संबंधित जिम्मेदारियों को समन्वित तरीके से पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कमेटी बैठक हर माह नियमित रूप से आयोजित करने को कहा।बैठक में पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा, सीएमओ डॉ नागराज पंवर, ज़िला कल्याण अधिकारी समीर, डीएफओ कुल्लू, सहित विभिन्न विभागों के।अधिकारी उपस्थित थे।