हिमाचल की राजधानी शिमला के बालूगंज में बीती रात भारी लैंडस्लाइड हुआ। इसके चलते बालूगंज-क्रॉसिंग रोड और विधानसभा बालूगंज रोड वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद हो गया। अब वैकल्पिक सड़कों से यातायात चलाया जा रहा है। इस सड़क से निचले हिमाचल में वाहन जाते हैं। लेकिन पहाड़ी ढहने के बाद इसे बंद करना पड़ा। बालूगंज में पहाड़ी ढहने से कई मकान और एडवांस स्टडी कैंपस भी खतरे में है। हालांकि कैंपस में अभी तक कोई दरार नहीं आई है। 8 जिलों में फ्लैश फ्लड अलर्ट वहीं, मौसम विभाग (IMD) ने आज प्रदेश के 8 जिलों में फ्लैश फ्लड अलर्ट जारी किया है। IMD ने बिलासपुर, चंबा, शिमला, सोलन, सिरमौर, कुल्लू, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों के निचले इलाकों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बनने की चेतावनी जारी की है। इसे देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। IMD के मुताबिक, आज किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर बाकी सभी जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। कल से 3 दिन यानी 22 से 24 अगस्त तक प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मौसम साफ रहेगा, लेकिन 25 और 26 अगस्त से मानसून फिर सक्रिय हो जाएगा। मानसून सीजन में 21% कम बारिश प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 21 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 जून से 20 अगस्त तक प्रदेश में 543.6 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 428.6 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। शिमला और कांगड़ा को छोड़कर अन्य सभी जिलों में नॉर्मल से कम बादल बरसे है। अगस्त में सामान्य से 8 प्रतिशत ज्यादा बारिश शिमला जिला में सामान्य से 4 प्रतिशत और कांगड़ा में 1 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। अन्य सभी जिलों में काफी कम बादल बरसे हैं। हालांकि अगस्त महीने में अच्छी बारिश हुई है। अगस्त में अब तक सामान्य से 8 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं। बरसात से 131 घर जमींदोज प्रदेश में अब तक की बारिश से 119.30 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो गई है। इस सीजन में 131 घर पूरी तरह जमींदोज हुए है, जबकि 382 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। मानसून में 55 दुकानें, 3 लेबर शेड और 389 गौशालाएं भी तबाह हुई है।

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