हिमाचल प्रदेश की विश्व धरोहर कालका- शिमला रेलवे ट्रैक पर आधुनिक सुविधाओं से लैस पैनोरमिक बिस्ताडोम ट्रेन का दूसरा ट्रायल सफल हो गया है। रेलवे विभाग की संयुक्त टीमों की देखरेख में 25 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से यह ट्रायल किया है। कालका से ट्रेन सुबह करीब 10:37 मिनट पर चली, जो दोपहर 2:25 मिनट पर शिमला पहुंची है। शोघी में ट्रेन में लगे सेंसरों की जांच भी की गई। पैनोरमिक बिस्ताडोम की नई ट्रेन का सात कोच के साथ ट्रायल किया गया है। यह ट्रेन यात्रियों को लग्जरी सुविधाओं के साथ कालका से शिमला भी जल्दी पहुंचाएगी। बता दें कि इस ट्रेन की रफ्तार अन्य ट्रेनों की 6:30 किमी प्रतिघंटा रफ्तार से ज्यादा है। विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगी पैनोरमिक बिस्ताडोम शिमला कालका हैरिटेज ट्रैक पर पैनोरमिक बिस्ताडोम ट्रेन में देश -विदेश के सैलानियों को आधुनिक सुविधा मिलेगी। जो सैलानियों को अपनी और आकर्षित करेगी। जिससे प्रदेश में पर्यटन कारोबार को पंख लगेंगे । बताया जा रहा है कि विदेशी सैलानी बिस्ताडोम ट्रेन को काफी पसंद करते है। पैनोरमिक विस्ताडोम एसी कोच है साउंड प्रूफ पैनोरमिक विस्ताडोम एसी कोच में यात्रियों को कई आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इसके एसी कोच में साउंड प्रूफ हैं, जिससे बाहर का शोर यात्रियों को परेशान नहीं करेगा। पहली बार कोच में एयर ब्रेक दी गई है। पैनोरमिक विंडों में शीशे बड़े होने के साथ ही छत तक होते हैं, जिससे यात्री बाहर के नजारों का बेहतर तरीके से लुत्फ उठा सकेंगे। रेलवे अंबाला के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार ने बताया कि ट्रेन का ट्रायल किया गया है। इसमें यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है। ट्रायल की रिपोर्ट आने के बाद आगामी कदम उठाए जाएंगे। 28 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर हो रहा काम जानकारी के मुताबिक शिमला कालका ट्रेन पर 22 घण्टे प्रति घण्टे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन का सफल ट्रायल किया जा चुका है। वहीं अब 25 किमी प्रति घण्टे वाली ट्रेन का भी सफल ट्रायल हो चुका है और अब जल्द ही 28 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर काम चल रहा है । बता दें कि 8 जुलाई 2008 को यूनेस्को ने कालका-शिमला रेलवे को भारत के पर्वतीय रेलमार्गों की विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया था।

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