हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर BJP 23 दिन पहले ही अपने प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है। मगर, कांग्रेस अभी भी प्रत्याशियों को लेकर माथापच्ची में जुटी है। अगले एक सप्ताह तक भी टिकट आने की कम ही उम्मीद है, क्योंकि कांग्रेस ने चार सीटों पर टिकट के लिए एक बार फिर से सर्वे कराने का निर्णय लिया है। कांग्रेस ताजा सर्वे रिपोर्ट के आधार पर बड़सर, गगरेट, सुजानपुर और लाहौल स्पीति में टिकट फाइनल करेगी। हालांकि कुटलैहड़ में विवेक शर्मा और धर्मशाला में देवेंद्र जग्गी का टिकट लगभग फाइनल माना जा रहा हैं। बड़सर में कांग्रेस के बागी एवं पूर्व विधायक इंद्र दत्त लखनपाल और सुजानपुर में राजेंद्र राणा के लगातार तीन-तीन चुनाव जीतने से कांग्रेस को यहां जिताऊ सेकंड लाइन लीडर की तलाश है। कमोबेश यही स्थिति गगरेट और लाहौल स्पीति में भी है। बड़सर में डोगरा के अलावा दो और दावेदार रेस में बड़सर में चर्चा पूर्व विधायक मंजीत सिंह डोगरा के नाम की है। मंजीत डोगरा दो बार विधायक, एक बार वह इंडिपेंडेंट तो दूसरी बार कांग्रेस से चुनाव जीते हैं। मंजीत के अलावा ज्ञान चंद और 2022 में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले संजीव शर्मा का नाम भी बड़सर से टिकट दावेदारों की रेस में है। सूत्र बतातें है कि कांग्रेस संजीव शर्मा पर भी दांव खेल चुकी है। पिछले चुनाव में उन्होंने निर्दलीय 15,252 वोट हासिल लिए थे। गगरेट में कालिया, जसवाल और कुलदीप ऊना जिला की गगरेट विधानसभा से कांग्रेस पूर्व विधायक एवं कुछ दिन पहले ही BJP छोड़ने वाले राकेश कालिया को कांग्रेस का टिकट देने की चर्चा है। गगरेट से पूर्व विधायक कुलदीप कुमार को भी गगरेट से टिकट का दावेदार माना जा रहा है। मगर सूत्र बताते है कि जिला परिषद सदस्य रहे रमन जसवाल को पार्टी यहां टिकट दे सकती है। सुजानपुर में पठानिया के नाम की चर्चा सुजानपुर में भी कांग्रेस के पास मजबूत सेकंड लाइन लीडर नहीं है, क्योंकि सुजानपुर सीट पर भी राजेंद्र राणा तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेश ठाकुर और रविंद्र वर्मा का नाम टिकट दावेदारों की रेस में है। कुलदीप पठानिया वर्तमान में कांगड़ा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन भी हैं। वह बमसन से पूर्व में विधायक रह चुके हैं। लाहौल स्पीति में मारकंडा का विरोध लाहौल स्पीति में टिकट को लेकर सबसे ज्यादा असमंजस की स्थिति है। प्रदेश कांग्रेस के कुछ शीर्ष नेता यहां से BJP के बागी डॉ. रामलाल मारकंडा को प्रत्याशी बनाना चाहते हैं, लेकिन स्थानीय नेता मारकंडा को टिकट का खुले तौर पर विरोध कर चुके हैं। डॉ. मारकंडा के अलावा पार्टी प्रवक्ता अनिल सहगल, जिला परिषद चेयरमैन अनुराधा राणा और पूर्व विधायक रघुवीर सिंह ठाकुर का नाम भी चर्चा में है। कुटलैहड़ और धर्मशाला में इनके टिकट फाइनल वहीं ऊना की कुटलैहड़ सीट पर विवेक शर्मा और कांगड़ा की धर्मशाला सीट से देवेंद्र जग्गी की नाम लगभग फाइनल है। इनके टिकट पर अब केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) में मुहर लगनी बाकी है। धर्मशाला में बीजेपी के बागी राकेश चौधरी, हरभजन भी टिकट दावेदार माने जा रहे हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि विवेक शर्मा का टिकट लगभग फाइनल है।