हिमाचल प्रदेश में हमीरपुर और कांगड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस टिकट बदलकर सबको चौंका सकती है। कांगड़ा में पूर्व मंत्री आशा कुमारी और हमीरपुर में पूर्व विधायक सत्तपाल रायजादा का टिकट लगभग फाइनल होने के बावजूद होल्ड कर दिया गया है। CM सुक्खू के संकेत देने के बाद हमीरपुर में तो सत्तपाल रायजादा चुनाव प्रचार भी शुरू कर चुके थे। मगर अब यहां प्रत्याशी बदले जाने की चर्चाएं हैं। सूत्र बताते हैं कि, हमीरपुर सीट से कांग्रेस हाईकमान डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री की बेटी आस्था अग्निहोत्री को केंद्रीय मंत्री एवं BJP प्रत्याशी अनुराग ठाकुर के सामने चुनाव मैदान में उतारना चाह रही है। मगर मुकेश अग्निहोत्री ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इनकार किया है। बता दें कि मुकेश की पत्नी सिमी अग्निहोत्री का कुछ समय पहले ही निधन हुआ है। मुकेश और आस्था को मनाने में जुटी कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता अब मुकेश अग्निहोत्री और आस्था अग्निहोत्री को चुनाव लड़ाने के लिए मनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में हमीरपुर में टिकट बदले जाने की चर्चाएं हैं। हालांकि बीते दिनों मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुटलैहड़ विधानसभा में जनसभा के दौरान सत्तपाल रायजादा को प्रत्याशी बनाने के संकेत दे दिए थे। इसके बाद रायजादा ने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था। आशा का इसलिए कट सकता है टिकट वहीं, कांगड़ा सीट से दो बार की मंत्री व छह बार की विधायक आशा कुमारी का टिकट भी फाइनल माना जा रहा था। कांगड़ा संसदीय हलके में पार्टी में उनके कद का कोई दूसरा नेता भी नहीं है। बावजूद इसके आशा का टिकट कट सकता है। आशा कुमारी का चंबा जिला से होना उनके टिकट कटने की बड़ी वजह बन सकता है, क्योंकि कांगड़ा संसदीय हलके में चंबा जिला की चार विधानसभा सीटे हैं, जबकि कांगड़ा की 13 सीटें है। इसलिए कांग्रेस कांगड़ा जिले से संबंध रखने वाले किसी नेता को टिकट देना चाह रही है। कांगड़ा से टिकट के दावेदार दिल्ली में बीते सप्ताह हुई कोर्डिनेशन कमेटी मीटिंग में भी आशा कुमारी, जगजीवन पाल और डॉ. राजेश शर्मा का नाम पैनल में हाईकमान को भेजा गया था। मगर, 13 अप्रैल की मीटिंग में अब सीटिंग MLA एवं ब्राह्मण नेता आरएस बाली का नाम भी सामने आया है। हालांकि आरएस बाली खुद चुनाव नहीं लड़ना चाह रहे। मगर पार्टी उन्हें चुनाव लड़ाने की सोच रही है। बाली मुख्यमंत्री सुक्खू के सिपहसालार हैं। इसी वजह से मुख्यमंत्री ने उन्हें कैबिनेट रेंक दिया है। इस वजह से बाली पार्टी और मुख्यमंत्री की बात को बाली टाल भी नहीं पाएंगे। बाली को टिकट मिला तो कांगड़ा संसदीय हल्के में दो ब्राह्मण नेताओं में मुकाबला होगा, क्योंकि बीजेपी ने डा.राजीव भारद्वाज को टिकट दिया है। 18-19 को होगा टिकट पर फैसला हिमाचल की मंडी और शिमला सीट पर टिकट दिए जा चुके हैं। अब कांगड़ा और हमीरपुर सीट के टिकट पर 18 या 19 अप्रैल को केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में ‌फैसला होगा।

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