कुल्लू जिले के मनाली में ‘स्नो स्कैम’ को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में दावा किया जा रहा है कि मनाली में बर्फ नहीं है और पर्यटकों को नकली बर्फ पर स्कीइंग कराकर ठगा जा रहा है। इन आरोपों पर मनाली और लाहौल-स्पीति के पर्यटन व्यवसायियों ने कड़ी आपत्ति जताई है। वायरल हो रहे इन वीडियो में रोहतांग दर्रे के आसपास के दृश्यों को दिखाया गया है। वीडियो बनाने वाले आरोप लगा रहे हैं कि पर्यटकों को बर्फ के नाम पर धोखा दिया जा रहा है। जबकि किसी पर्यटक ने ठगे होने को लेकर कहीं भी शिकायत नहीं की है पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं ने इन वीडियो को मनाली को बदनाम करने की कोशिश बताया है। उनका कहना है कि ये भ्रामक और आधी-अधूरी सच्चाई वाली रील्स हैं, जिनसे मनाली का पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। व्यवसायियों ने वीडियो को भ्रामक बताया व्यवसायियों ने स्पष्ट किया कि मनाली आने वाले कुछ पर्यटक ऐसे होते हैं, जो बर्फ देखना चाहते हैं, लेकिन 4×4 वाहनों का खर्च वहन कर रोहतांग या शिंकुला जैसे ऊंचे दर्रों पर नहीं जा पाते। कुछ अन्य कारणों से भी वे अधिक ऊंचाई पर बर्फ का दीदार नहीं कर सकते। लाहौल-स्पीति के पर्यटन व्यवसायी राजेश चंद ने इन वीडियो को भ्रामक प्रचार करार दिया। उन्होंने कहा कि मनाली या लाहौल आने वाला हर पर्यटक जागरूक है और जानता है कि बर्फ कहां उपलब्ध है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पर्यटकों को ठगे जाने की ऐसी कोई घटना लाहौल या मनाली में नहीं हुई है। मनाली या लाहौल के किसी भी थाने में बर्फ के नाम पर ठगी की कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है। मनाली टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष राजा ने बताया कि प्रशासन की सलाह के अनुसार, पर्यटक केवल 4×4 वाहनों में स्नो प्वाइंट तक जा रहे हैं और बर्फ का आनंद ले रहे हैं। मनाली होटलियर एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने गलत और भ्रामक अफवाहों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि बर्फ में स्की चलाने का शौक रखने वाले कुछ पर्यटक ऊंचे दर्रे पर नहीं जा सकते, और प्रत्येक पर्यटक को संतुष्ट करना पर्यटन व्यवसाय से जुड़े कारोबारी का कर्तव्य है।