हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में संजौली स्थित विवादित मस्जिद का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदू संघर्ष समिति ने सोमवार को नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर मस्जिद की अवैध घोषित ऊपरी मंजिलों को तत्काल गिराने की मांग की। इस दौरान समिति ने नगर निगम आयुक्त के समक्ष प्रस्ताव रखा कि यदि मस्जिद के अवैध करार दिए जा चुके ढांचे को गिराने में नगर निगम को किसी तरह की समस्या है तो हिन्दू संघर्ष समिति मुफ्त में कारसेवा करने को तैयार है। कोर्ट के आदेशों का पालन हो समिति कहा कहना है कि संजौली मस्जिद की ऊपरी दो मंजिलों को कोर्ट द्वारा अवैध करार दिया जा चुका है। इसके बावजूद इन अवैध ढांचों को अब तक नहीं गिराया गया है, ज्ञापन में समिति ने इस कार्रवाई के लिए स्पष्ट समय-सीमा तय करने और कोर्ट आदेशों का शीघ्र अनुपालन सुनिश्चित करने की मांग की। समिति के सह-संयोजक मदन ठाकुर ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से कोर्ट के फैसलों की अनुपालना का आग्रह किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मस्जिद की निचली दो मंजिलों को लेकर हाईकोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए हैं, जिनका समिति सम्मान करती है। लेकिन ऊपरी दो मंजिलें जो अवैध करार दी जा चुकी है उनको तत्काल गिराया जाए। हिंदू समिति कार सेवा के लिए तैयार मदन ठाकुर ने कहा कि प्रशासन को अवैध ढांचा हटाने में तकनीकी या संसाधन संबंधी समस्या आती है, तो हिंदू संघर्ष समिति इस कार्य के लिए मुफ्त में कार सेवा देने को भी तैयार है। समिति ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य कानून व्यवस्था भंग करना नहीं, बल्कि न्यायालयों के आदेशों का पालन सुनिश्चित कराना है। ऐसे में अब देखना होगा कि नगर निगम प्रशासन इस ज्ञापन पर क्या कदम उठाता है। बता दें कि मामला हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में लंबित है। हाईकोर्ट ने मस्जिद की धरातल की दो मंजिलों पर यथास्थिति बनाएं रखने के आदेश दे रखें है। मामले में अगली सुनवाई 9 मार्च हो हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में होनी है।