अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने हिमाचल प्रदेश में संगठन सृजन अभियान के तहत जिला अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया में तेजी लाई है। एआईसीसी महासचिव और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी, राज्यसभा सांसद रजनी पाटिल ने विभिन्न जिलों के लिए वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इन पर्यवेक्षकों का मुख्य कार्य जिला अध्यक्ष के चयन को अंतिम रूप देना है। इसी क्रम में, मनाली विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रदेश कांग्रेस सचिव देवेंद्र नेगी को कांगड़ा जिले का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। कांगड़ा हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जिला है। नेगी संगठन सृजन अभियान का नेतृत्व करेंगे और जिला अध्यक्ष के चयन को अंतिम रूप देंगे। इस कार्य में उन्हें पूर्व मंत्री आशा कुमारी और कांग्रेस नेता वीरेंद्र धर्माणी का सहयोग प्राप्त होगा। लाहौल स्पीति में रोहित वत्स धामी पर्यवेक्षक दुर्गम और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लाहौल स्पीति जिले के लिए मनाली विधानसभा क्षेत्र से रोहित वत्स धामी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। उन्हें भी संगठन सृजन अभियान के तहत जिला अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनकी रिपोर्ट स्थानीय परिस्थितियों और संगठनात्मक मजबूती के आकलन पर आधारित होगी। राजीव किमटा को मंडी की जिम्मेदारी मनाली विधानसभा क्षेत्र से वरिष्ठ नेता राजीव किमटा को मंडी जिले का पर्यवेक्षक बनाया गया है। वह अपने जिले में संगठन सृजन अभियान को आगे बढ़ाएंगे और जिला अध्यक्ष के चयन के लिए जमीनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। मंडी में उनकी भूमिका स्थानीय समीकरणों, कार्यकर्ताओं की राय और संगठनात्मक आवश्यकताओं को केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण होगी। विधायक ने दी तीनों नेताओं को बधाई मनाली विधानसभा क्षेत्र के विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने इन तीनों वरिष्ठ नेताओं (देवेंद्र नेगी, राजीव किमटा, रोहित वत्स धामी) को विभिन्न जिलों में पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

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