हिमाचल प्रदेश में सोमवार को एक पैराग्लाइडर पायलट एंड्रयू पीटर रियान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और रातभर दुर्गम क्षेत्र में पड़ा रहा। आज सुबह उसे हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गयाा। 51 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर पायलट को मनाली से बीड़ बिलिंग जाते वक्त क्रैश लैंडिंग करनी पड़ी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा सेवन सिस्टर पीक रेंज में 13500 फीट ऊंचाई पर हुआ। बताया जा रहा है कि हवा के दबाव व प्रतिकूल मौसम के कारण लैंडिंग के वक्त हादसा हो गया। अच्छी बात यह रही कि उसके साथ फ्लाई कर रहे दूसरे पायलट ने हादसा होते हुए देख लिया। इसके बाद साथी पायलट ने हादसे की जानकारी प्रशासन को दी और मदद मांगी। रात को रवाना हो गया रेस्क्यू दल बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन को जैसे ही हादसे की जानकारी उन्होंने एडवेंचर टूअर एसोसिएशन मनाली के साथ संपर्क किया। इसके बाद मनाली से रेस्क्यू दल रात में ही मौके के लिए भेजा गया। हेलिकॉप्टर की मदद से किया गया रेस्क्यू आज सुबह के वक्त हेलिकॉप्टर की मदद ली गई। इस दौरान रेस्क्यू दल ने एक संकरी जगह पर घायल अवस्था में पड़े ऑस्ट्रेलियाई पायलट एंड्रयू पीटर रियान को साहसिक तरीके से चौपर से सुरक्षित मनाली पहुंचाया। घायल पैराग्लाइडर पायलट का मनाली के मिशन अस्पताल में उपचार चल रहा है। एंड्रयू पीटर रियान की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। 20 घंटे बाद पायलट का सफल रेस्क्यू बीड़ पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन के प्रमुख कर्ण वीर सिंह व एडवेंचर टूअर एसोसिएशन मनाली के रेस्क्यू टीम प्रभारी रमेश कुमार जोगी ने बताया कि
उन्होंने मनाली के समीप 13500 फीट ऊंची पहाड़ी से जिंदगी को सुरक्षित बचा लिया है। उन्होंने बताया कि लगभग 20 घंटे ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर पायलट जिंदगी और मौत के बीच जूझता रहा। उन्होंने बताया कि पैराग्लाइडर एसोसिएशन मनाली के सदस्यों का भी बेहतर सहयोग मिला। विदेशी पायलट पहुंच रहे मनाली और बीड़-बिलंग हिमाचल में पैराग्लाइडिंग करने के लिए बड़ी तादाद में विदेशी सैलानी मनाली और बीड़ बिलिंग का रुख कर रहे हैं। ऐसे में यह दोनों लोकेशन क्रॉस कंट्री पैराग्लाइडिंग के लिए लगातार मशहूर होती जा रही हैं। सोलो फ्लाइंग करते हुए रोजाना कई पायलट इन दोनों लोकेशन को आर-पार करते हैं। कुछ दिन में ही चौथा हादसा हिमाचल में गत दिनों बीड़ बिलिंग से उड़ान भरने के बाद कनाडा की एक महिला पायलट की क्रैश लैंडिंग में मौत हो गई थी। इसके बाद बरोट की पहाड़ियों में फ्रांस का पायलट दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इसके अलावा मनाली से लौटते हुए भी एक विदेशी पायलट के साथ हादसा हुआ था। करीब दस दिन के बीच यह चौथा हादसा है।

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