शिमला के रामपुर के शनेरी गांव स्थित जाहरू नाग मंदिर में रात 7 बजे आग लग गई। इस घटना में करोड़ों रुपए की लागत से बन रहा नया तीन मंजिला मंदिर पूरी तरह जलकर राख हो गया। बताया जा रहा है कि मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका था और इसमें लकड़ी का व्यापक प्रयोग किया गया था। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अचानक आग भड़कने से पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद दमकल की टीम मौके पर पहुंची। ढाई करोड़ की लागत से बना था मंदिर करीब ढाई करोड़ रुपए से अधिक की लागत से इस भव्य मंदिर का निर्माण किया गया था। इसमें से 60 लाख रुपए सरकार की ओर से प्रदान किए गए थे, जबकि शेष राशि स्थानीय लोगों के सहयोग से एकत्र की गई थी। हाल ही में इसके उद्घाटन की तैयारियां जोरों पर थीं।स्थानीय लोगों के अनुसार, आग इतनी तेज थी कि कुछ ही समय में पूरा मंदिर अपनी चपेट में ले लिया। लकड़ी की सामग्री और धार्मिक वस्तुएं राख हुईं दमकल विभाग को सूचना देने के बावजूद आग पर काबू पाने में देर हो गई। मंदिर के भीतर रखी लकड़ी की सामग्री और धार्मिक वस्तुएं भी जलकर नष्ट हो गईं। मंदिर कमेटी और ग्रामीणों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। यह मंदिर क्षेत्र की आस्था और श्रद्धा का प्रमुख केंद्र था। मंदिर के नष्ट होने से लोगों में गहरा शोक और रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द मुआवजा और पुनर्निर्माण की मांग की है।
पंचायत प्रधान ने दी जानकारी, प्रशासन ने जांच शुरू की पंचायत प्रधान राज कुमार गौतम ने बताया कि आगजनी की सूचना स्थानीय प्रशासन और पुलिस को दी गई है। प्रशासन ने मौके पर टीम भेजकर आग के कारणों की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है। लोगों ने भी की आग बुझाने की कोशिश स्थानीय लोगों ने भी आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन आग की लपटों ने तेजी से पूरे ढांचे को अपनी चपेट में ले लिया। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, मगर करोड़ों रुपए के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
