हिमाचल प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा- नैतिकता यह बोलती है कि वन मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत सभी पर लागू होना चाहिए। उन्होंने मीडिया के सवाल पर कहा- यदि हाईकमान उन्हें पार्टी अध्यक्ष की कमान सौंपता है, तो वह मंत्री पद छोड़ने को तैयार है। पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे वह बखूबी निभाएंगे। उन्होंने कहा- हाईकमान ने उन्हें सबसे बड़े शिक्षा महकमे का जिम्मा दिया है। इससे भी वह संतुष्ट है और बेहतर काम करने का प्रयास किया है। नई जिम्मेदारी मिली तो उससे भी पीछे नहीं हटेंगे। रोहित ठाकुर अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे जुब्बल कोटखाई सीट से विधायक रोहित ठाकुर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे हैं। वह चौथी बार विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं। पूर्व वीरभद्र सरकार में वह सीपीएस रह चुके हैं। उनके दादा ठाकुर रामलाल हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। लिहाजा रोहित अध्यक्ष के लिए बड़ा नाम माना जा रहा है। रोहित ठाकुर पौने तीन साल तक सुक्खू सरकार में शिक्षा मंत्री का दायित्व निभा चुके हैं। अब उन्हें पार्टी हाईकमान अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकता है। प्रतिभा सिंह को हटाने की तैयारी वर्तमान में स्व. वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह कांग्रेस अध्यक्ष है। इस वक्त वह कांग्रेस की अकेली पदाधिकारी है। बाकी की राज्य, जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने भंग कर रखी है। प्रतिभा सिंह का तीन साल का कार्यकाल अप्रैल 2025 में पूरा हो चुका है। होली लॉज विरोधी खेमा उन्हें बदलने की मांग करता रहा है। मगर गुटबाजी की वजह से लंबे समय से इस पर सहमति नहीं बन पा रही। राहुल गांधी के साथ मीटिंग के बाद रोहित का नाम आगे आया बीते सितंबर माह में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ दिल्ली में मीटिंग कर चुके हैं। इसी मीटिंग के बाद से रोहित ठाकुर का नाम अध्यक्ष के लिए आगे आया है। रोहित ठाकुर भी इसके लिए तैयार है। इनसे पहले चर्चा थी कि सीएम सुक्खू, मंत्री अनिरुद्ध सिंह को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। मगर अनिरुद्ध इसके लिए तैयार नहीं थे।