हिमाचल के बिलासपुर के बरठीं सड़क हादसे में हमीरपुर जिला के बड़सर विधानसभा के एक परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में संजीव कुमार (35), उनकी पत्नी विमला देवी (33), इन दोनों के 8 साल के बेटे रोहित और संजीव की सास कांता देवी (55) की भी मौत हो गई। आज चारों पंचतत्व में विलीन हो गए है। मृतक दंपत्ति को उनके 60 वर्षीय बलवीर चंद पिता ने मुखाग्नि दी। वृद्ध माता-पिता और संजीव की बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है। संजीव की दोनों शादीशुदा बहनें बार-बार पूछ रही है कि उनका भाई कब वापस आएगा। संजीव के माता-पिता भी बीमार रहते हैं। दोनों हार्ट की पेशेंट हैं। घर पर कमाने वाला अकेला संजीव था। अब उनके बुढ़ापे का सहारा छिन चुका है। घटनास्थल से एक किलोमीटर बाद बस से उतरना था हादसे का शिकार संजीव के परिवार ने घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर बाद उतरना था। मगर इससे पहले ही वह भल्लू पुल के पास हादसे का शिकार हो गए। इस हादसे में कुल 16 लोगों की जान गई, जबकि 2 बच्चे घायल रेस्क्यू किए गए। ससुराल और साली के घर से अपने गांव लौटते वक्त हादसा संजीव कुमार बड़सर के पुंदड गांव के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि संजीव गरीब परिवार से संबंध रखता था और वह चंडीगढ़ में प्राइवेट नौकरी करता था। वह, 3-4 दिन पहले ही घर आया था और अपने परिवार के साथ पहले ससुराल गया। ससुराल से लौटने के बाद साली के घर गया। बीते मंगलवार को वह साली के घर से अपने गांव लौट रहा था। इस दौरान हादसे का शिकार हो गया। रोहित का अंतिम संस्कार पहले पिता करेंगे इस हादसे के बाद आज पुंदड गांव से दो चिताएं एक साथ उठी, जबकि संजीव और विमला के बेटे रोहित के शव को उनके पहले पिता अंतिम संस्कार को लेकर गए। दरअसल, विमला की शादी पहले दूसरी जगह थी और तब उसके बेटा हो गया था। पहले वाले पति से अनबन के बाद विमला ने संजीव से शादी कर ली थी। इसके बाद आज रोहित की डेडबॉडी को अंतिम संस्कार के लिए उसके पहले पिता ले गए। स्थानीय विधायक शोक जताने पहुंचे इस हादसे के बाद बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल और हिमुडा के निदेशक राजेश बन्याल रात भी शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया।

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