हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के प्राचीन जाखू हनुमान मंदिर परिसर में आज दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां मुख्यातिथि होंगे। दशहरे का कार्यक्रम शाम 5:30 बजे शुरू होगा। CM सुक्खू रिमोट से रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन करेंगे। रावण का पुतला 45 फीट ऊंचा शिमला के जाखू में रावण का 45 फीट ऊंचा पुतला जलाया जाएगा। इसके साथ ही कुंभकरण और मेघनाद के 40 फीट ऊंचे पुतलों का भी दहन किया जाएगा। दशहरा असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। जाखू के दशहरे में इस वर्ष खास बात यह है कि इस बार पुतले बनाने के लिए बाहरी कारीगरों के बजाय स्थानीय कारीगरों को प्राथमिकता दी गई है। यहां हमेशा बाहर से ही कारीगर बुलाए जाते थे लेकिन इस बार स्थानीय कार्यक्रमों ने पुतले तैयार किए हैं वहीं इसके अलावा दशहरे के पर्व के लिए मंदिर परिसर को भी सुंदर ढंग से सजाया गया है। 6 साल बाद शुरू होगी झांकियां शिमला के जाखू मंदिर में छह साल के अंतराल के बाद इस साल दशहरा पर झांकियां भी निकाली जाएंगी। यह कोरोनाकाल के दौरान बंद कर दिया गया था। शिमला का नाभा युवा मंडल के सदस्य इन झांकियों को निकालेंगे और जाखू मंदिर में प्रस्तुतियां देंगे। झांकियां शाम 4:30 बजे मंदिर पहुंचेंगी। ये झांकियां नाभा से शुरू होकर एजी चौक, चर्च और होली लॉज से होते हुए मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगी। झांकियों के माध्यम से कलाकार मंदिर में नाट्य रूपांतरण भी करेंगे। इस बार वाद्ययंत्र बजाने वाले स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां भी होंगी। दशहरा की तैयारियां पूरी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम :- SDM वहीं एसडीएम शहरी और जाखू मंदिर कमेटी की अध्यक्ष ओशीन शर्मा ने बताया कि दशहरा उत्सव के लिए मंदिर में सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। भक्तों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा गया है।