हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को एक सीजीएसटी इंस्पेक्टर अंशुल धीमान को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी पालमपुर का निवासी है। विजिलेंस टीम ने ऊना स्थित जीएसटी कार्यालय में यह कार्रवाई की है। विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी इंस्पेक्टर ने शिकायतकर्ता से कुल 1.25 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। इसके बाद शिकायतकर्ता ने यह मामला विजिलेंस ब्यूरो को सौंपा। रंगे हाथों पकड़ा डीएसपी विजिलेंस ऊना फिरोज खान के नेतृत्व में टीम ने शिकायत की पुष्टि की और आरोपी को पकड़ने के लिए एक योजना बनाई। तयशुदा योजना के तहत मंगलवार को विजिलेंस टीम ने जीएसटी कार्यालय ऊना में छापा मारा और इंस्पेक्टर को 50 हजार रुपए की पहली किस्त लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। कार्रवाई के दौरान विजिलेंस टीम ने मौके से रिश्वत की रकम बरामद की और आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कीं। डीएसपी फिरोज खान ने बताया कि आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की पूछताछ शुरू कर दी गई है। क्या है पूरा मामला? सीजीएसटी इंस्पेक्टर अंशुल धीमान ने उना के एक व्यापारी को बताया कि उसका GST गलत है। इसकी वजह से उसे (व्यापारी) को लाखों रुपए पेनल्टी भरना पड़ेगा। इंस्पेक्टर अंशुल ने पहले 1.50 लाख रुपए रिश्वत की मांग की फिर 1.25 लाख बात बन गई। आज डीएसपी विजिलेंस ऊना फिरोज खान ने सीजीएसटी इंस्पेक्टर अंशुल धीमान को रंगेहाथों अरेस्ट कर लिया। फिरोज खान के नेतृत्व में चौथी गिरफ्तारी डीएसपी विजीलेंस फिरोज खान ने सितंबर 2024 में जिला ऊना में पदभार संभाला था। जिला ऊना की कमान संभालने के बाद उन्होंने अपनी कुशल कार्यशैली के चलते भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लगातार शिकंजा कसने का कार्य किया है। सबसे पहले उन्होंने नगर पंचायत मैहतपुर के जेई को, उसके बाद वन विभाग रेंज ऑफिसर अंब को, फिर लेबर इंस्पेक्टर ऊना के बाद अभी सीजीएसटी इंस्पेक्टर को भ्रष्टाचार के आरोप में रंगे हाथ पकड़ा है। फिरोज खान ने बताया कि इंस्पेक्टर के घरों में रेड करने के लिए टीमों को रवाना कर दिया गया है। और यह कार्यवाही पूरी रात तक चलती रहेगी।