हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में बारिश से हुई तबाही के बीच मानवता की एक मिसाल सामने आई है। बालीचौकी की खनी पंचायत के नेहरा गांव में एक बुजुर्ग महिला सर्दी, जुकाम और बुखार से पीड़ित हो गई। सड़कें बारिश से पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने के कारण एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी। ग्रामीणों ने महिला को कुर्सी पर बिठाया और टूटे-फूटे रास्ते से होकर 5 किलोमीटर तक पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया। वहां से महिला को बालीचौकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया गया। खनी पंचायत की प्रधान कौशल्या ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कारण मरीजों को अस्पताल ले जाना बेहद मुश्किल हो गया है। सराज और बालीचौकी क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद सड़कों की स्थिति खराब हो गई है। इसके साथ ही क्षेत्र में नेटवर्क की भी समस्या बनी हुई है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पैदल चलकर डीसी ने लोगों की समस्याएं सुनी
मंडी जिले में बरसात से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की समीक्षा के लिए डीसी अपूर्व देवगन ने दूरस्थ क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने बालीचौकी और गाड़ागुशैणी में प्रभावित लोगों से सीधा संवाद किया। डीसी ने पिछले दो दिनों में कई प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। जंजैहली में राहत कार्यों की समीक्षा के बाद वे गाड़ागुशैणी पहुंचे। यहां उन्होंने राशन की उपलब्धता और सड़क संपर्क की स्थिति का जायजा लिया। विभिन्न राशन डिपो का निरीक्षण कर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच की। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में छात्रों और स्टाफ से शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में चर्चा की। गाड़ागुशैणी से बाहू तक का रास्ता डीसी ने पैदल तय किया। जीभी होते हुए बालीचौकी पहुंचकर स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की। सभी प्रभावितों को राहत सामग्री का वितरण सुनिश्चित किया गया है। अगस्त का राशन पहले ही वितरित किया जा चुका है। सितंबर के कोटे का राशन भी अधिकांश डिपो तक पहुंच गया है। क्षेत्र में रसोई गैस सिलेंडर की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है।
सड़क संपर्क बहाली को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।

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