हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। शिमला शहर में जगह-जगह लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई है। शिमला के कृष्णानगर में एक ढंगा ढह गया है, जिससे वहां 2 मकानों को खतरा पैदा हो गया है। मकान में 5 से 6 परिवार रहते थे, जो घर से बेघर हो गए है। जिनमें से कुछ अपने परिजनों के पास रहने चले गए जबकि कुछ सामुदायिक भवन में रहने को मजबूर हो गए है। वहीं इसके अलावा रामचंद्र चौक में बड़ा लैंडस्लाइड हुआ है, यहां देवदार के कई पेड़ गिर गए है। जिससे घरों को नुकसान हुआ और लैंडस्लाइड से सड़क यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। लैंडस्लाइड के कारण बड़े पेड़ सरकारी भवन की छत पर गिर गए हैं। शिमला नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने मौके का दौरा किया। उन्होंने बताया कि शहर के विकास नगर, कृष्णा नगर, कोमली बैंक और रामचंद्र चौक में भूस्खलन हुआ है। इन घटनाओं से संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। रामचंद्र चौक में एक मकान में दरारें आ गई हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस मकान को पहले ही खाली करा लिया गया था। 6 परिवारों को किया शिफ्ट- बिट्टू
वहीं कृष्णानगर के पार्षद बिट्टू कुमार पाना ने बताया कि यहां रविवार से ही हल्का लैंडस्लाइड हो रहा था लेकिन आज सुबह डंगा पूरी तरह ढह गया, जिससे एक घर का रास्ता पूरी तरह टूट गया और साथ लगते घर को मकान को भी खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि आसपास के अन्य मकानों को भी खतरा देखते हुए उन्हें खाली करा दिया गया है। बिट्टू ने बताया कि 5 से 6 परिवारों को शिफ्ट कराया गया है।
