हिमाचल प्रदेश में बारिश से भारी नुकसान हुआ है। कुल्लू, चंबा और लाहौल स्पीति जिला के ज्यादातर भागों में तीन दिन से मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं है। सड़कें, पानी और बिजली भी बंद है।खासकर चंबा में संचार सेवाएं ठप होने से प्रशासन नुकसान का सही आकलन नहीं कर पाया। चंबा, कुल्लू और लाहौल स्पीति में 2 हजार से ज्यादा टूरिस्ट और मणिमहेश यात्री के जगह जगह फंसे हुए हैं। सड़कें बहाल होने के बाद भी टूरिस्ट और आम लोग अपने अपने घरों को जा सकेंगे।डलहौजी के विधायक के अनुसार, अकेले उनके विधानसभा क्षेत्र में 50 से ज्यादा घरों को बादल फटने से क्षति हुई है। भरमौर और चंबा विधानसभा में भी भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त है। कुल्लू जिला का भी तीन दिन से संपर्क कटा हुआ है। इसे देखते हुए कुल्लू जिला के बंजार व मनाली सब डिवीजन और कुल्लू जिला में आज स्कूल बंद किए गए है। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन आज हो सकता है बहाल कुल्लू-मनाली को जोड़ने वाला चंडीगढ़-मनाली फोरलेन आज शाम तक बहाल हो सकता है। हालांकि मंडी से कुल्लू तक बीते कल ही सड़क बहाल हो गई थी। इस बीच मौसम विभाग ने आज 5 जिले ऊना, हमीरपुर, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। अगले कल भी इन जिलों के अलावा कांगड़ा और बिलासपुर में यलो अलर्ट दिया गया है। अगस्त में सामान्य से 62% अधिक वर्षा पूरे मानसून सीजन (20 जून से 27 अगस्त) के बीच सामान्य से 30 प्रतिशत और अगस्त में नॉर्मल से 62 प्रतिशत ज्यादा बादल बरस चुके हैं। इससे 2623 करोड़ रुपए की प्राइवेट व सरकारी संपत्ति नष्ट हो चुकी है। मानसून सीजन में 310 लोगों की मौत और 38 लापता है। अब तक 747 घर जमींदोज, 2772 घरों को आंशिक नुकसान, 481 दुकानें पूरी तरह क्षतिग्रस्त और 3192 गोशालाएं भी टूट चुकी है।