हिमाचल प्रदेश के चंबा में लोग एक हफ्ते से रस्सों के सहारे पहाड़ (ढांक) से चढ़-उतर रहे हैं। यहां 75 से 80 डिग्री ढलान वाला पहाड़ गांव से बाहर निकलने का इकलौता रास्ता बन गया है। छोटे-छोटे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को भी रस्सी के सहारे उतारा और चढ़ाया जा रहा है। इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। पंचायत में सड़क और पैदल रास्ता पूरी तरह टूट चुका है। घरों में राशन खत्म होने लगा है। 4 महीने से बिजली भी गुल है। ये हालत भरमौर की ग्राउंडा पंचायत के हैं, जिसमें 3 गांव ग्राउंडा, धारडी और खनार हैं। इस पंचायत में करीब 500 आबादी है। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला अब पढ़िए पंचायत प्रधान और अधिकारी ने क्या कहा 1. प्रधान बोलीं- परेशानियां झेल रहे ग्राउंडा पंचायत के लोग
पंचायत प्रधान सीमा देवी ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान 50 मीटर से ज्यादा क्षेत्र में पहाड़ी टूट गई है। इससे गांव को जोड़ने वाला रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। इस वजह से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पंचायत के लोग रस्से के सहारे पहाड़ी से आ-जा रहे हैं। 2. सरकार जल्द रास्ता ठीक करवाए
पंचायत के पूर्व प्रधान राजीव कुमार ने बताया कि रास्ता बंद होने से पंचायत के लोगों को परेशानी हो रही है। लोगों के घरों में अब राशन भी खत्म होने लगा है। सरकार से आग्रह है कि जल्द रास्ता ठीक किया जाए, ताकि लोगों की आवाजाही पहले की तरह सुनिश्चित हो सके। 3. एक्सईएन बोले-कंपनी को जल्द बनाने के
लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन सतपाल सिंह ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही यहां पर जॉइन किया है। फिर भी संबंधित कंपनी को जल्द से जल्द इस सड़क को बनाने के निर्देश दिए जाएंगे। वैकल्पिक सड़क बनाने के लिए कर्मचारियों को कह दिया जाएगा, ताकि लोगों को इस तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। कहां स्थित है ग्राउंडा पंचायत कांगड़ा और चंबा की बाउंड्री पर स्थित है पंचायत
ग्राउंडा पंचायत कांगड़ा के बड़ा भंगाल क्षेत्र से सटी हुई है। ग्राउंडा पंचायत चंबा जिला के भरमौर में होली से लगभग 6 किलोमीटर दूर है। यहां से बड़ा भंगाल लगभग 20 किलोमीटर दूर है। होली के बजोल से बड़ा भंगाल तक लगभग 20 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने का इन दिनों काम चला हुआ है। लगभग 6 किलोमीटर सड़क बन चुकी है। इसी सड़क के निर्माण कार्य की वजह से ग्राउंडा पंचायत का रास्ता टूटा है। बड़ा भंगाल हिमाचल का सबसे दूरस्थ गांव है। चंबा की ग्राउंडा पंचायत भी बड़ा भंगाल के साथ लगती है। 2020 में ग्राउंडा पंचायत बनी
साल 2020 में राज्य सरकार ने दुर्गम क्षेत्र होने की वजह से नियमों में छूट देकर 3 गांवों की अलग पंचायत बनाई थी। क्योंकि नई पंचायत के लिए कम से कम 1000 वोटर जरूरी होते हैं।
