{न्यूज़ प्लस बूयरो – आनी } आनी में भू-स्खलन के कारण बहुमंजिला इमारतों के ढहने के कारण उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने घटना स्थल का मौके पर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने उपमंडल प्रशासन को मामले पर उचित दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि इसके साथ लगते अन्य भवन जिन पर धंसने का खतरा है उनको खाली करने के लिए उचित कदम उठाएं। उन्होंने प्रशासन और स्थानीय लोगों के साथ घटना स्थल पर घटना के कारणों को जाना। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मामले पर उचित आगामी कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि भू-स्खलन के कारण 8 भवन पूरी तरह से ढह गए हैं और 2 भवनों को खतरा बना हुआ है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। उपायुक्त ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ कमेटी गठित करने के निर्देश दिये। उन्होंने ने इन भवनों के मलवे को सही प्रकार से उठाने तथा खतरे की जद में आये भवनों को सुरक्षित करने के लिये आवश्यक पग उठाने के निर्देश दिए।ताकि नुक़सान को कम किया जा सके।वही एसडीएम आनी की ओर से मामले पर गठित कमेटी ने 23 भवनों को खतरे की जद में बताया। कमेटी की सिपारिश पर प्रशासन ने सभी भवन मालिकों और इसमें रहने वाले किराएदारों को भवन खाली करने के निर्देश जारी किए हैं। एसडीएम आनी नरेश वर्मा ने पुलिस विभाग को सख्त हिदायत जारी करते हुए कहा कि यदि कोई भवन मालिक प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।उन्होंने कहा कि प्रशासन मामले पर नजर बनाए हुए है। हादसा सुबह करीब 9.30 बजे पेश आया। इससे पहले ही प्रशासन मौके पर तैनात था। पुलिस सहित अन्य विभाग के अधिकारियों ने इलाके को पहले ही खाली कर दिया था। उन्होंने कहा कि राहत व बचाव के लिए प्रशासन की ओर से हर संभव कदम उठाया जा रहे है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला आनी में अस्थायी राहत शिविर बनाया गया है जहां पर आपदा प्रभावित परिवारों को ठहराने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भवनों के गिरने का कारण हुए नकसान का विस्तृत आकलन किया जा रहा है।एसडीएम ने कहा कि प्रशासन ने 16 जून को ही इन भवनों को असुरक्षित घोषित कर दिया था।तथा एहतियात के तौर पर इन भवन मालिकों को 16 जून को भवन खाली करने के नोटिस जारी कर दिए थे। इसके पश्चात भवन मालिकों से भवनों को खाली करवाया गया था। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा उठाए गए इन कदमों के कारण भू-स्खलन में किसी प्रकार का जानी नुकसान दर्ज नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन राहत और पुनर्वास कार्य के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार उपमंडल प्रशासन लोगों को राहत प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। उन्होंने देर शाम उपमंडल के सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक कर आपदा से निपटने के लिए दिशा निर्देश भी जारी किए।उपायुक्त के साथ हादसा स्थल पर एसडीएम आनी नरेश वर्मा, तहसीलदार दिलीप शर्मा, डीएसपी चंद्रशेखर, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष यूपेंद्र कांत मिश्रा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।