बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी क्षेत्र से सांसद कंगना रनोट एक बार फिर अपने बयान के कारण चर्चा में आई हैं। कंगना ने गांधी जयंती पर बीती शाम को मंडी संसदीय क्षेत्र में एक कार्यक्रम में पंजाब का नाम लिए बगैर निशाना साधा। कंगना ने कहा, हमारे पड़ोसी राज्य से नई-नई चीजें यहां आने लगी है। कोई चिट्टा, कोई कुछ, कोई कुछ, इन्होंने हमारे यूथ को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। हमने इनसे से कुछ नहीं सीखना। वो चाहे चिट्टा हो, वो चाहे उग्रता हो, चाहे कुछ भी हो। फिर कंगना जनता से पूछती है कि आपको पता है कि मैं किस राज्य की बात कर रही हूं। आखिर में कंगना कहती हैं कि बाइक पर आते हैं, ड्रग्स लेते हैं और बहुत हो हल्ला करते हैं, बहुत उत्पात मचाते हैं। पता नहीं कौन कौन कौन सी शराब पीते हैं। आप कल्पना नहीं कर सकते हैं। हिमाचलवासियों की जो अपनी संस्कृति हैं,हमारा जो अपना ग्रामीण कल्चर है, हमारे अपने बच्चे किसी तरीके से इनके प्रभाव न आएं। हमें ये संकल्प करना है हमें आप गांव की और अपने पशुओं की स्वच्छता बनाए रखनी है। स्वच्छता केवल बाहर की नहीं होती। स्वच्छता स्वभाव और संस्कार की भी होती है। कंगना कहती है पश्चिम बंगाल हो या कोई और.. लोग बेटी को अकेले देखते हैं और रेप कर देते हैं। मगर, हिमाचल ऐसा इकलौता राज्य है, जहां यदि कोई बेटी रात में गाड़ी रोकती है तो गाड़ी चालक उस बेटी-बहन को सुरक्षित घर छोड़कर आता है। इससे पहले भी कंगना रनोट पंजाब और पंजाब के किसानों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देती रही है। यही वजह है कि कंगना का पंजाब के लोग बार-बार विरोध करते रहे हैं। कल ही राष्ट्रपिता पर भी किया विवादित पोस्ट कंगना ने बीते कल ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर सोशल मीडिया में लिखा- ”देश के पिता नहीं देश के तो लाल होते हैं। धन्य हैं, भारत मां के ये लाल।” इसके नीचे कंगना ने लाल बहादुर शास्त्री की फोटो लगाई हुई है। इस पर भी कंगना की खूब किरकिरी हुई। पंजाब से भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हरजीत ग्रेवाल ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि RSS की शाखा में भी महात्मा गांधी का नाम लिया जाता है। विवादित बयानों के कारण हमेशा सुर्खियों में रही कंगना कंगना रनोट हमेशा विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रही है। राजनीति में आने से पहले भी खान-पान, बॉडीवुड में नेपोटिज्म और किसान आंदोलन को लेकर कई विवादित बयान दिए। अब राजनीति में भी कंगना रनोट बीजेपी हाईकमान द्वारा बड़े मुद्दों पर बयान नहीं देने की सलाह के बावजूद वह पीछे नहीं हट रही।