हिमाचल प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस बिन बरसे कमजोर पड़ गया है। इससे तापमान में भारी उछाल दर्ज किया गया है। सोलन में सोमवार का दिन बीते 50 सालों में दिसंबर का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। यहां का पारा नॉर्मल से 7.8 डिग्री ज्यादा के उछाल के साथ 28.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। इससे पहले दिसंबर महीने का सोलन का रिकॉर्ड तापमान 21 दिसंबर 2016 को 28.0 डिग्री सेल्सियस था। शिमला का अधिकतम तापमान भी सोमवार को बीते 50 साल में दूसरा सर्वाधिक दर्ज किया गया। शिमला का पारा नॉर्मल से 7.6 डिग्री ज्यादा के साथ 21.6 डिग्री पहुंच गया है, इससे पहले शिमला का रिकॉर्ड तापमान 21 दिसंबर 2016 को 22.3 डिग्री था। इस लिहाज से शिमला में बीते 50 सालों में दिसंबर का दूसरा सर्वाधिक तापमान हो गया है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक सोलन-शिमला के अलावा अन्य शहरों का तापमान भी सामान्य से ज्यादा हो गया है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 3.9 डिग्री अधिक और न्यूनतम तापमान भी नॉर्मल से 2.9 डिग्री ज्यादा हो गया है। कल्पा का अधिकतम तापमान भी सामान्य से 8 डिग्री ज्यादा के साथ 16.9 डिग्री पहुंच चुका है। तापमान में उछाल से ज्यादातर शहरों में ठंड गायब हो गई है। जहां कोहरा, वहां सुबह-शाम ठंड मैदानी इलाकों में जहां कोहरा पड़ रहा है, उन शहरों में सुबह-शाम और रात को हल्की ठंड जरूर पड़ रही है। मगर दिन का तापमान निरंतर बढ़ रहा है। मौसम विभाग की माने तो पहाड़ों पर जब तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं होती तब तक मैदानी इलाकों में कोहरा परेशान करता रहेगा। शिमला-कुफरी में 10 डिग्री से अधिक हुआ रात का तापमान इस बीच शिमला का न्यूनतम तापमान भी नॉर्मल से 5 डिग्री अधिक के साथ 10.6 डिग्री सेल्यिस पहुंच गया है। मनाली व भुंतर का रात का तापमान भी सामान्य से 6 डिग्री से ज्यादा बढ़ गया है। मशहूर पर्यटन स्थल कुफरी और नारकंडा में दिसंबर के तीसरे सप्ताह में रात का तापमान माइनस में होता था। मगर इस बार कुफरी का न्यूनतम तापमान भी 10.6 डिग्री और नारकंडा का 8.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। 20-21 दिसंबर को ऊंचे पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी के आसार चिंता इस बात की है कि अगले एक सप्ताह तक प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं है और दिसंबर के बीते 15 दिनों में भी सामान्य से 100 प्रतिशत कम बारिश यानी एक भी बूंद पानी की नहीं बरसी। हालांकि, 20 और 21 दिसंबर को अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जरूर हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना बन रही है।

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