हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार शाम कांगड़ा स्थित बाण गंगा घाट पर सायंकालीन आरती की। उन्होंने इस अवसर पर नवनिर्मित बाण गंगा घाट और नियमित शाम की आरती व्यवस्था का औपचारिक शुभारंभ किया। मंत्रोच्चार और दीपों की रोशनी के बीच मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। कांगड़ा बाईपास पर बाण गंगा के तट पर लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से निर्मित घाट का मंगलवार शाम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधिवत शुभारंभ किया। इस घाट का निर्माण कारगिल शहीद कैप्टन शैलेश रियालच के परिवार द्वारा किया गया है। हरिद्वार की तर्ज पर यहां होगी आरती मुख्यमंत्री सुक्खू ने अपनी पत्नी विधायक कमलेश कुमारी और मंत्रिमंडल सहयोगियों की उपस्थिति में बाण गंगा की आरती भी की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कांगड़ा में बाण गंगा घाट के निर्माण से क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि ब्रजेश्वरी मंदिर में हर वर्ष उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। उनकी सुविधा के लिए प्रशासन हरिद्वार की तर्ज पर रोजाना पांच पुजारियों द्वारा बाण गंगा घाट पर आरती करवाएगा। प्रदेश सरकार ने धार्मिक पर्यटन में कांगड़ा जिले को विशेष महत्व दिया है।मुख्यमंत्री सुक्खू ने धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों पर भी टिप्पणी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाण गंगा घाट के सौंदर्यीकरण से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय निवासियों को भी बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घाट पर स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं को लगातार बनाए रखा जाए। राधा के नाम पर हंगामा करने वाले सीखें सीएम ने कहा कहा कि राधा नाम पर हंगामा करने वाले विपक्ष को इस घाट के निर्माण और शुभारंभ से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि हमें ऐसा कर्म करना चाहिए जिससे धर्म के प्रति आस्था भी बनी रहे और जनता के प्रति लगाव भी हो।खेल एवं आयुष मंत्री यादविंदर गोमा, विधायक संजय अवस्थी पूर्व उम्मीदवार देवेंद्र जग्गी एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा, शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा, जिला कृषि मंडी उपज समिति अध्यक्ष नरेंद्र मोंगरा सहित शहीद कैप्टन शैलेश रियालच के पिता कैप्टन विक्रम सिंह और भाई रजत रियालच भी उपस्थित रहे।