शिमला जिले के रामपुर मंडल की छह बाढ़ प्रभावित पंचायतों के ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 17 अक्टूबर तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे रामपुर में धरना-प्रदर्शन करेंगे। गुरुवार को गानवी में पूर्व पंचायत समिति सदस्य सुभाष नेगी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इसमें प्रभावित पंचायतों के लोगों ने भाग लिया। ग्रामीणों ने बताया कि हाल ही में हुई भारी बारिश और भूस्खलन से क्षेत्र की सड़कें और खेत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। SDM को ज्ञापन सौंपा बैठक के बाद, गुरुवार दोपहर के 4 बजे छह पंचायतों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सुभाष नेगी के नेतृत्व में नायब तहसीलदार के माध्यम से एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों पर एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई नहीं हुई, तो 17 अक्टूबर को आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन में कई प्रमुख मांगें उठाई गई हैं। इनमें छह पंचायतों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क का युद्ध स्तर पर निर्माण, गानवी खड्ड में कलवर्ट लगाना, गानवी और जघोरी खड्डों पर डंगे लगाना, जघोरी रोड खोलना और गानवी में बाईपास रोड का शीघ्र निर्माण शामिल है। इसके अतिरिक्त, गानवी और रुन्ग्चा में क्षतिग्रस्त मकानों, जमीन और फसल के लिए तत्काल मुआवजा जारी करने की मांग की गई है। प्रभावित क्षेत्रों की जमीन की निशानदेही और गानवी खड्ड पर पैदल पुल के निर्माण की भी मांग रखी गई है। ग्रामीणों ने दोहराया कि यदि प्रशासन ने इन मुद्दों पर गंभीरता नहीं दिखाई, तो वे 17 अक्टूबर को जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।