हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर जारी है। शुक्रवार को कुल्लू और मंडी जिले में हुई भारी बारिश के बाद हनोणी टनल में तालाब जैसी स्थिति बन गई। लैंडस्लाइड के कारण पानी इकट्ठा होने से वाहन पानी में तैरने लगे। इसके अलावा कई जगहों पर लैंडस्लाइड से सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे भी कई स्थानों पर बंद है। NHAI की मशीनरी सड़क बहाली में जुटी हुई है। मौसम विभाग ने आज (शनिवार को) ऊना, कांगड़ा और सिरमौर जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। वहीं कल यानी रविवार को 5 जिलों के लिए यलो अलर्ट, जबकि परसों तीन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। मानसून सीजन में 202 लोगों की मौत इस मानसून सीजन में (20 जून से 7 अगस्त तक) प्रदेश में 202 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 32 लोगों की मौत बाढ़, बादल फटने और लैंडस्लाइड से हुई है। 36 लोग अभी भी लापता हैं। सड़क हादसों में 94 लोगों की जान गई है। राज्य में भारी बारिश से 1952 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति को नुकसान हो चुका है। 477 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए हैं। 1413 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा 293 दुकानें, 1772 गोशालाएं और 23 घाट भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मानसून में अब तक 25755 पालतू मवेशियों की मौत हो चुकी है।