केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आज 4 लेबर कोड के विरोध में हिमाचल प्रदेश में भी किसान-मजदूर संगठन प्रदर्शन करेंगे। शिमला में किसान-मजदूर पंचायत भवन से चौड़ा मैदान तक रैली निकालेंगे। यहां पर जनसभा रखी गई है। इसे राष्ट्रीय स्तर के किसान-मजदूर नेता संबोधित करेंगे। सीटू प्रदेश अध्यक्ष विजेंदर मेहरा ने बताया कि लेबर कोड के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल है। देशभर में विभिन्न सेक्टर के करीब 25 करोड़ किसान-मजदूर इस हड़ताल में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, शिमला में उद्योग बैंक, होटल और असंगठित क्षेत्र के मजदूर भी हड़ताल का हिस्सा बनेंगे। इसके अलावा विभिन्न सहयोगी संगठन ,छात्र, नौजवान और किसान भी इसमें शामिल होंगे। इस दौरान किसान मजदूर 4 लेबर को वापस लेने की मांग करेंगे। क्यों हड़ताल कर रहे देश भर में मजदूर? ट्रेड यूनियनों का कहना है कि सरकार की नीतियां मजदूरों और किसानों के खिलाफ हैं। उनका आरोप है कि सरकार कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाने के लिए पब्लिक सेक्टर की कंपनियों का निजीकरण कर रही है, मजदूरों के हक छीन रही है और चार नए लेबर कोड्स के जरिए मजदूरों के हड़ताल करने और सामूहिक सौदेबाजी जैसे अधिकारों को कमजोर कर रही है। 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और उनके सहयोगियों के एक मंच ने सरकार की मज़दूर, किसान और राष्ट्र-विरोधी कॉर्पोरेट समर्थक नीतियों का विरोध करने के लिए ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। ट्रेंड यूनियनों ने सभी मजदूरों किसानों को एक मंच पर आने का आव्हान किया है, ताकि राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाया जा सके।

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