हिमाचल के BBMB के पंडोह डैम में पुष्पा स्टाइल में सैकड़ों टन लकड़ी आने पर बवाल मच गया है। क्योंकि, हिमाचल में पेड़ कटान पर पूर्णत प्रतिबंध है। इस मामले में वन विभाग के मुखिया ने सफाई दी है। प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (PCCF) समीर रस्तोगी ने बताया, पंडोह डैम में आई लकड़ियां पुष्पा-3 से जोड़ना गलत है। अब तक सामने आए फोटो-वीडियो में अवैध कटिंग नहीं लग रही। ऐसा लग रहा है जैसे बादल फटने के बाद जंगल में कही भारी बारिश से बहुत सारे पेड़ गिरे हो। समीर रस्तोगी ने बताया, पंडोह डैम में पहुंची लकडियां प्राकृतिक रूप से टूटी नजर आ रही है। चरान एक भी नग नहीं दिख रहा। यदि चरान की लकड़ी मिलती है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, सोशल मीडिया में लोग अवैध कटान बता रहे हैं। बिना जांच के ऐसा कहने से वन कर्मियों व अधिकारियों का मनोबल गिरा है। 2 दिन में जांच के निर्देश: PCCF PCCF ने बताया, कंजरवेटर शिमला और कंजरवेटर कुल्लू को जांच के निर्देश दे दिए है। उन्हें दो दिन के भीतर जांच के निर्देश दिए जा चुके हैं। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। 24 को बादल फटने के बाद पंडोह डैम में पहुंची बता दें कि बीते 24 जून को कुल्लू जिला में चार जगह बादल फटने की घटनाएं पेश आई। ऊंचे क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद गड़सा घाटी से सैकड़ों टन लकड़ियां आई, जो कि ब्यास नदी पर बने पंडोह डैम तक पहुंची। इन लकड़ियों को देखने के बाद सोशल मीडिया पर वन विभाग बुरी तरह घिर गया है और विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे है। सोशल मीडिया यूजर इसे पुष्पा स्टाइल से जोड़ रहे हैं। 2023 में थुनाग में भी बाढ़ में बहकर आई थी लकड़ियां साल 2023 की आपदा के दौरान भी थुनाग में बड़ी मात्रा में लकड़ियां बाढ़ में बहकर आई थी। इसे देखते हुए कांग्रेस विधायक कुलदीप राठौर ने भी वन विभाग पर ठीक से काम नहीं करने के आरोप लगाए। उन्होंने सीएम सुक्खू से इस मामले की जांच करवाकर सख्त कार्रवाई की मांग की है।