हिमाचल प्रदेश की मणिकर्ण घाटी में हुए विवाद में सार्वजनिक शांति और धार्मिक सौहार्द्र भंग करने के आरोप में होटल कारोबारी अमन सूद को समन जारी किए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा दर्ज की गई शिकायत के बाद, उपमंडलीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) कुल्लू की कोर्ट ने अमन सूद पर कार्रवाई शुरू की है। उन्हें 24 मार्च 2025 को सुबह 11:00 बजे एसडीएम कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। समन में यह स्पष्ट किया गया है कि यदि वे निर्धारित समय पर कोर्ट में पेश नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हाल ही में, अमन सूद उस समय चर्चा में आए जब कुल्लू में सिख पर्यटकों द्वारा लगाए गए झंडों को हटाने की घटना सामने आई। इस घटना के बाद पंजाब और हिमाचल प्रदेश में विवाद भड़क उठा। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की। हिमाचल प्रदेश सरकार की कार्रवाई हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए BNSS 2023 की धारा 126/169 के तहत अमन सूद के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पुलिस पोस्ट जरी की ओर से दर्ज की गई इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उनके कृत्य से मणिकर्ण घाटी की सार्वजनिक शांति और धार्मिक सौहार्द्र भंग हुआ है। पंजाब में हिमाचल रोडवेज की बसों पर हमले इस विवाद के बाद पंजाब में हिमाचल प्रदेश रोडवेज की बसों पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं। खरड़ में हिमाचल रोडवेज की एक बस पर हमला किया गया, जिसमें बस के शीशे तोड़ दिए गए। ड्राइवर और कंडक्टर के अनुसार, दो अज्ञात व्यक्तियों ने बस को रोका और शीशे तोड़कर फरार हो गए। इसी तरह, सरहिंद में चंबा से दिल्ली जा रही हिमाचल पथ परिवहन निगम की एक बस पर हमला हुआ, जिसमें खिड़की पर भारी वस्तु फेंकी गई। इन घटनाओं के बाद, हिमाचल-पंजाब बॉर्डर पर सिख संगठनों ने विरोध प्रदर्शन और धरने की चेतावनी दी है, जिससे दोनों राज्यों की पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। पंजाब और हिमाचल के संबंधों में खटास इस घटनाक्रम के बाद पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बीच संबंधों में खटास देखने को मिल रही है। पंजाब में इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश के साथ संबंधों को संभालने में विफलता दिखाई है। कांग्रेस, बीजेपी और अकाली दल ने इस कार्रवाई की आलोचना करते हुए दोनों राज्यों के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंता जताई है। सरकारों का रुख और आगे की कार्रवाई हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि मणिकर्ण घाटी में किसी भी तरह की अशांति या धार्मिक सौहार्द्र को भंग करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पंजाब सरकार ने भी हिमाचल रोडवेज की बसों पर हुए हमलों की निंदा करते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।

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