हिमाचल प्रदेश की नेशनल वॉलीबॉल टीम (पुरुष वर्ग) के ट्रायल कल इंदिरा गांधी खेल परिसर में होंगे। नई टीम का चयन वीडियो ग्राफी करके किया जाएगा, ताकि पूरी तरह पारदर्शिता बरती जा सके। ट्रायल के लिए राज्य का खेल विभाग और नेशनल वॉलीबॉल एसोसिएशन द्वारा ऑब्जर्वर तैनात किए जा रहे है। बता दें कि बीते 26 दिसंबर को भी नेशनल टीम के लिए शिमला के इंदिरा गांधी खेल परिसर में ट्रायल लिए गए थे। इसमें खिलाड़ियों ने बड़े स्तर पर धांधली के आरोप लगाए। मामला मीडिया में आने के बाद बाद खेल विभाग ने प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी पाई और ट्रायल को रद्द कर दिया। अब नए सीरे से टीम का चयन करने का फैसला लिया है। इसके लिए खिलाड़ियों को रविवार सुबह 8 बजे खेल परिसर शिमला पहुंचना होगा। ठीक 9 बजे से ट्रायल शुरू होंगे। पारदर्शिता के साथ करवाए जाएंगे ट्रायल: आजाद खेल विभाग के एडिशनल डायरेक्ट हितेश आजाद ने बताया ट्रायल पूरी पारदर्शिता के साथ करवाए जाएंगे। इसकी वीडियोग्राफी होगी। उन्होंने खिलाड़ियों से सुबह समय पर खेल परिसर पहुंचने की अपील की। उन्होंने बताया कि स्टेट की ओलंपिक एसोसिएशन की तरफ से ऑब्जर्वर लगाए जा रहे हैं। इसलिए रद्द करने पड़े थे ट्रायल बता दें कि इंडिया टीम का हिस्सा रहे प्लेयर और तीन से चार-चार सीनियर नेशनल खेल चुके खिलाड़ी भी टीम से बाहर किए गए थे। युवा खिलाड़ी उदित ने इसका वीडियो बनाकर विरोध किया। इसके बाद 8 से 10 खिलाड़ी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास शिकायत लेकर पहुंचे। मीडिया में मामला आने के बाद खेल विभाग ने दोबारा ट्रायल कराने का फैसला लिया। वीडियो बनाकर खिलाड़ी ने लगाए थे गंभीर आरोप उदित नाम के खिलाड़ी ने हिम्मत जुटाकर एक वीडियो बनाया और टीम के चयन में हुई धांधलियों का भंडाफोड़ किया। उदित कहता है कि गरीब परिवार के बच्चों को कोई भी खेल नहीं खेलना चाहिए। खासकर वॉलीबॉल तो बिल्कुल भी नहीं। यहां टैलेंट के लिए जगह नहीं है। आखिर में उदित ने कहा, गरीबी हार गई और सिफारिश जीत गई है। चयनकर्ताओं ने टीम में सिर्फ अपने चहेतों को चुना है। 7 जनवरी से जयपुर में नैशनल चैम्पियनशिप राजस्थान के जयपुर में 7 जनवरी से नेशनल चैम्पियनशिप है। हिमाचल की महिला वर्ग की टीम आज राजस्थान रवाना हो चुकी है। महिला टीम का चयन बीते 26 दिसंबर को ही खेल परिसर में किया गया, जबकि पुरुष की टीम का चयन कल किया जााएगा। इसके बाद टीम जयपुर भेजी जाएगी।