हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज और कल बारिश बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 4 जिले चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज बर्फबारी हो सकती है। शनिवार को भी चंबा और लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी का पूर्वानुमान है। प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। शिमला में भी आज सुबह से ही अच्छी खिली हुई है। प्रदेश की जनता लंबे समय से ड्राइ स्पेल टूटने के इंतजार में है, क्योंकि हिमाचल में सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई। इसके बाद पोस्ट मानसून सीजन में भी सामान्य से 98% कम बादल बरसे है। अक्टूबर में एक बूंद भी नहीं बरसी अक्टूबर की बात करें तो राज्य के किसी भी क्षेत्र में पानी की एक बूंद तक नहीं बरसी, जबकि 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, कुल्लू, सोलन और सिरमौर में एक अक्टूबर से 14 नवंबर तक यानी 45 दिन से बारिश नहीं हुई। अन्य जिलों में भी मात्र बूंदाबांदी हुई है। इसका असर अब पेयजल और सिंचाई योजनाओं पर भी पड़ने लगा है। इन योजनाओं में पानी कम हो गया है। गेंहू की फसल पर मार इससे सूखे जैसे हालात बन गए है। लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से 90 फीसदी जमीन पर किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पाए। प्रदेश में 3.26 लाख हैक्टेयर जमीन पर गेंहू की बुआई होती है, लेकिन इस बार मुश्किल से 30 हजार हैक्टेयर जमीन पर गेंहू की बुआई हो पाई है। 4 दिन धुंध का येलो अलर्ट इस बीच IMD ने अगले 4 दिन के लिए घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। आज के लिए बिलासपुर और ऊना में अलर्ट है, जबकि अगले 3 दिन के लिए ऊना, बिलासपुर, मंडी और हमीरपुर में धुंध का अलर्ट है। धुंध की वजह से मैदानी इलाकों में बीते एक सप्ताह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। IMD के अनुसार जब तक अच्छी बारिश और बर्फबारी नहीं होती तब तक मैदानी इलाकों में धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। खासकर सुबह के वक्त इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। इसे देखते हुए वाहनों चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।