पाकिस्तान में संविधान संशोधन विधेयक एक बार फिर संसद में पेश नहीं किया जा सका। सरकार में सहयोगी मौलाना फजलुर रहमान के राजनीतिक दल जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम का समर्थन ना मिलने से नवाज सरकार को बिल पेश करने से पीछे हटना पड़ा।
पाकिस्तान में संविधान संशोधन विधेयक एक बार फिर संसद में पेश नहीं किया जा सका। सरकार में सहयोगी मौलाना फजलुर रहमान के राजनीतिक दल जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम का समर्थन ना मिलने से नवाज सरकार को बिल पेश करने से पीछे हटना पड़ा।