न्यूज़ प्लस एक आम मीडिया से हट कर एक आन्दोलन है इस आन्दोलन की शुरूआत बर्ष 2007 में कुछ युवाओें ने मिल कर थी। या यूं कहे कि हिमाचल में बर्ष 2007 में इलेक्ट्रोनिक मीडिया की शुरूआत ही न्यूज प्लस ने ही की है तब से लेकर आज तक न्यूज़ प्लस की टीम दिन रात एक कर हिमाचल में इलेक्ट्रोनिक मीडिया के साथ साथ प्रिन्ट तथा बेव मीडिया में भी अपनी महत्पुर्ण भूमिका निभा रहा है न्यूज प्लस की मेहनती और जुझाारू टीम दिन रात एक कर लगातार कार्य कर रही है वर्तमान समय में जहां न्यूज प्लस हिमाचल की सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली समाचार पत्रिका का संचालन कर रहा है वहीं हिमाचल की पहली ई मैगजीन तथा तथा ई चैनल का प्रसारण भी बखुवी कर रहा है । और जल्द ही हिमाचल के पहले मोबाईल टी.वी. लॉच करने की योजना पर दिन रात कार्य कर रहा है। मीडिया के क्षेत्र में कार्य कर रहे कुछ जुझारु मीडिया कर्मियों ने बर्ष 2006 में सोचा की अब बहुत हो चुकी समाचार पत्रों की नौकरी कुछ ऐसा करे कि जो आम मीडिया से हट कर तथा आम पत्रकारिता से हट कर हो जिसमें आम जन की भावनाएंे दिखे, चाहे कोई नौकरी पेशा हो या फिर किसान, मज़दूर , राजनेता या फिर मीडिया से जुड़ा हुआ व्यक्ति,सब के लिए कुछ अलग कर गुजरने की चाह से कुछ अनुभवी मेहनती तथा समाज के प्रति अलग सोच रखने वाले मीडिया कर्मियांे ने मिल कर कुछ अलग कर गुजरने की ठानी और गौपाल शर्मा,डी.आर.गौतम,दौलत भारती ,आलम पोर्ले, संदीप शर्मा,राज भाटिया की इस टीम ने पॉंच दस रु निकाल कर मात्र 80 रु की शुरुआत से प्रिन्ट एण्ड इलैक्ट्रोनिक नेटवर्क की स्थापना की। और शुरु हुआ इस महा अभियान का सफर उन दिनों हिमाचल में प्रिन्ट मीडिया अपने पंाव यूं तो पूरी तरह पसार चुका था किन्तु विजनेस की यदि बात की जाए तो सभी मीडिया घराने हिमाचल में घाटे के दौर से गुजर रहे थे । रही बात इलैक्ट्रोनिक मीडिया की, इसका हिमाचल में नामो निशान भी नहीं था अपनी दुर्दशा पर अंासु बहाता पंजाब टुडे भी अपनी आखरी सांसे गिन रहा था । किन्तु
जज्बा तो जज्बा होता है प्रिन्ट एण्ड इलैक्ट्रोनिक नेटवर्क की कमान वरिष्ट पत्रकार और मीडिया में पागलों की तरह कार्य करने वाले एक समर्पित पत्रकार गोपाल शर्मा को सौंपी गई बेहतरीन कार्य कुशलता के चलते इस नैटवर्क ने हिमाचल के लिए पहला 6 घन्टों का प्रसारण करने वाला सैटेलाईट चैनल टाईम टुडे शुरु कर एक नया इतिहास रच डाला । बस फिर क्या था सफर की शुरुआत युद्व स्तर हो चुकी थी और फिर हिमाचल की दैनिक खबरों से हट कर कुछ अलग कर गुजरने के प्रयास से हिमाचल के खास मुददों पर विशेष बुलेटिन बनाने की योजना बनी । कार्य क्रम का नाम रखा न्यूज प्लस और पूरे प्रदेश में न्यूज प्लस के नाम से टीम का गठन किया बर्ष 2006 से आज तक जहंा प्रिन्ट एण्ड इलैक्ट्रोनिक नेटवर्क एक राष्ट्रीय पत्रिका पेन चला रहा है और साथ में सैटलाईट चैनल लाईव टुडे का संचालन कर रहा है , वहीं न्यूज प्लस ने वर्ष 2006 से अब तक सैकडों स्पेशल बुलेटिन बनाऐ तथा उन बुलेटिनोें को अनेक चैनलांे पर प्रसारित किया । साथ ही हिन्दी समाचार पत्रिका न्यूज प्लस मेल का सफल संचालन कर और दैनिक खबरों को कबरेज करने वाला हिमाचल का पहला इन्टरनैट चैनल न्यूज़ प्लस का संचालन कर हिमाचल मीडिया के क्षेत्र में एक नए अध्याय का सूत्रपात किया । बर्तमान समय में हिमाचल में न्यूज प्लस अपने कार्यक्रमों को 6 केवल चैनल 1 सैटेलाईट चैनल तथा एक इन्टरनैट चैनल पर प्रसारित कर रहा है और साथ ही हिन्दी मासिक पत्रिका का प्रकाशन भी कर रहा है जो अपने आप में एक मिसाल है । इस समय न्यूज प्लस परिवार पूरे देश में मीडिया की एक ऐसी टीम को तैयार करने में जुटा हुआ है कि आने वाले समय में देश में मीडिया के क्षेत्र में एक नए अध्याय का सुत्रपात हो सके । हम जानते है कि यह सफर आसान नहीं है किन्तु आज हमें यह कहते हुए गौरव का अहसास होता है कि न्यूज प्लस ने पिछले 10 वर्षो मं जितनी भी टीम बनाई है उन्हे हिमाचल में किसी भी मीडिया घराने से ज्यादा वेतन, कम काम तथा कम टारगेट दे रहा है और परमात्मा की प्रेरणा से वर्तमान समय में हमारे साथ सैकडों लोग कार्य कर रहे हैं।