भारत में खपत कैटेगरी में शादियों का दूसरा स्थान है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि अगर शादी एक कैटेगरी होती, तो वे खाद्य और किराना (681 अरब अमेरिकी डॉलर) के बाद दूसरी सबसे बड़ी खुदरा कैटेगरी होती।
भारत में खपत कैटेगरी में शादियों का दूसरा स्थान है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि अगर शादी एक कैटेगरी होती, तो वे खाद्य और किराना (681 अरब अमेरिकी डॉलर) के बाद दूसरी सबसे बड़ी खुदरा कैटेगरी होती।