(दीपक कुल्लुवीः न्यूज प्लसः भुंतरः कुल्लू के प्रवेश द्वार भुंतर शहर से लगभग 12 किलोमीटर ऊंची पहाड़ी पर स्थित भूलंग गांव जो बेहद खूबसूरत है चारों तरफ हरियाली ऊंचे घने हरे भरे वृक्ष लेकिन यहां पर लोगों की मुसीबतें भी कम नहीं है पानी की बहुत दिक्कत है सड़कें टूटी फूटी है औरै सड़क के किनारे कोई रेलिंग नहीं जिससे दुर्घटनाओं का अंदेशा हमेशा ही बना रहता है एच आर टी सी की केवल एक ही बस जो सुबह 8 बजे चलती है और केवल एक ही बस कुल्लू से आती है। पर्यटन विभाग अगर थोड़ा ध्यान दे तो इसे पर्यटकों के आवाजाही के लिए शरू किया जा सकता है गौरतलब है कि इस ऊंची पहाडी पर ब्रह्मा जी का प्राचीन मंदिर भी है। जिसके दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर दूर से यहां आते है। इस ऊंची पहाड़ी से कुल्लू और भून्तर का नजारा देखते ही बनता है। ऊंची पहाड़ी से कुल्लू, बिजली महादेव और भून्तर का अद्धभुत विह्नगम नजारा देखते ही बनता है। भूलँग से पैदल दो-तीन घंटे का रास्ता ऊपर पहाड़ी का है जहां शानदार झील है और नागनी माता का मंदिर भी है।