हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने गुरुवार को शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) में आयोजित ‘गुरु के लंगर’ सेवा में भाग लिया। यह लंगर सेवा उनकी दिवंगत पत्नी प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की स्मृति में ‘ऑलमाईट ब्लैसिंग्स संस्था’ द्वारा आयोजित किया गया। इस दौरान डिप्टी सीएम ने अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों को अपने हाथों से भोजन परोसा। मुकेश अग्निहोत्री ने ‘ऑलमाईट ब्लैसिंग्स संस्था’ के संस्थापक सरबजीत सिंह बॉबी (बेला सरदार) के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि संस्था बीते 11 वर्षों से निरंतर सेवा और समर्पण भाव से ‘गुरु के लंगर’ का संचालन कर रही है, जो समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। गुरु का लंगर सेवा की सच्ची मिसाल: मुकेश मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ‘गुरु का लंगर’ मानवता, समानता और सेवा भावना की सच्ची मिसाल है। उन्होंने कहा कि अस्पताल जैसे स्थानों पर, जहां मरीज और उनके परिजन मानसिक, शारीरिक और आर्थिक तनाव से गुजरते हैं, वहां ऐसी सेवाएं उन्हें संबल और राहत प्रदान करती हैं। युवाओं-सामाजिक संस्थाओं से ऐसे कार्य को आगे आने की अपील की डिप्टी सीएम ने कहा- इस तरह के सेवा कार्य समाज में करुणा, भाईचारे और संवेदनशीलता को मजबूत करते हैं। उन्होंने युवाओं और सामाजिक संस्थाओं से आह्वान किया कि वे आगे आकर मानवता की सेवा में सक्रिय भूमिका निभाएं, ताकि समाज में सकारात्मक सोच और सहयोग की भावना को और बल मिल सके। इस दौरान आईजीएमसी के एमसी डॉ. राहुल राव भी मौजूद रहे।