भारत ने नेशनल सिटिजन्स पार्टी (NCP) के नेता हसनात अब्दुल्ला के भारत विरोधी बयानबाजी के बाद यह कदम उठाया। अब्दुल्ला ने एक सार्वजनिक भाषण में धमकी दी थी कि अगर बांग्लादेश अस्थिर होता है तो वे भारत के सात पूर्वी राज्यों (सेवन सिस्टर्स) को अलग-थलग कर देंगे