हिमाचल प्रदेश में लोग कड़ाके की सूखी ठंड से परेशान हैं। राज्य में लगातार शुष्क मौसम बना हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, नवंबर माह में अब तक सामान्य से 91% कम बारिश दर्ज की गई है। इससे प्रदेश में सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। प्रदेश के कई क्षेत्रों में किसान अभी तक अपनी फसल नहीं बो पाए हैं। वहीं, IMD का अनुमान है कि 29 नवंबर तक पूरे प्रदेश में बारिश या बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है। इससे ड्राई स्पेल के आगे भी जारी रहने के आसार हैं। बीते 24 घंटों के दौरान भी मौसम पूरी तरह शुष्क रहा। राज्य में रात का तापमान गिर रहा है। ताबो में न्यूनतम तापमान –7.0°C रिकॉर्ड किया गया, जो प्रदेश का सबसे कम तापमान रहा। अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे नीचे बना हुआ है। अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं दिन के तापमान की बात करें, तो ऊना और पांवटा साहिब में अधिकतम तापमान 26.0°C दर्ज किया गया, जो दिन का सर्वाधिक तापमान रहा। पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया। शिमला का दिन का तापमान 15.5°C, धर्मशाला का 22°C और मनाली का 14.6°C रहा। प्रदेश में मात्र 1.2 मिमी बारिश हुई, जबकि 13.3 मिमी होनी चाहिए IMD के अनुसार, 1 से 23 नवंबर के बीच प्रदेश में केवल 1.2 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य रूप से इस अवधि में 13.3 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। यह सामान्य से 91% की भारी कमी है। चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जैसे अधिकांश जिलों में 90-100% तक कम वर्षा दर्ज की गई है। आगे क्या: ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फीली हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में किन्नौर और लाहुल-स्पीति में रातें और ठंडी होने का अनुमान जताया है। IMD के अनुसार, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाला और बर्फीली हवाएं चलने की संभावना है। हालांकि, अगले 3-4 दिनों तक सुबह के समय प्रदेश के मैदानी इलाकों जैसे बिलासपुर और सुंदरनगर में कोहरा पड़ रहा है। कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम हो गई है। धुंध में खतरा बढ़ा। मौसम विभाग ने ड्राइवरों और यात्रियों को सलाह दी है कि वे धुंध लाइट का प्रयोग करें, रफ्तार नियंत्रित रखें और पहाड़ी मार्गों पर रात में विशेष सतर्कता बरतें ताकि दुर्घटना न हो। 24 घंटे में सबसे कम न्यूनतम तापमान शहर तापमान (°C) प्रमुख शहरों का अधिकतम तापमान शहर तापमान (°C)