भारतीय वायुसेना के शहीद विंग कमांडर नमांश स्याल की पार्थिव देह आज (रविवार को) वायुसेना के विशेष विमान से गग्गल एयरपोर्ट लाई जाएगी। परिवार के सदस्यों के साथ दोपहर करीब 1 बजे उनका शव एयरपोर्ट पहुंचेगा, जिसके बाद उनकी पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव ले जाई जाएगी। जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने बताया कि शहीद नमांश स्याल की पार्थिव देह आज कांगड़ा पहुंच रही है। उन्हें सूचना मिली है कि लगभग 1 बजे पार्थिव देह गग्गल एयरपोर्ट पर उतारे जाने के बाद, उन्हें पैतृक गांव ले जाया जाएगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद नमांश के ताऊ जोगिंदर नाथ स्याल ने बताया कि उन्हें शाम करीब 3 बजे हादसे की सूचना मिली। उन्होंने बताया कि वे सिधवाड़ी में रहते हैं और उनके किरायेदार, जिनके कोई परिचित दुबई में रहते हैं, ने शुरुआत में घटना की पुष्टि कराई। उन्होंने बताया कि विमान क्रैश हो गया है और पायलट की मौत हो चुकी है। इसके बाद मैंने अपने भाई को फोन कर पूरी जानकारी दी। पत्नी आईआईएम कोलकाता में अंडर ट्रेनिंग जोगिंदर नाथ ने बताया कि नमांश स्याल सेलूर एयरबेस पर तैनात थे। उनकी पत्नी इस समय IIM कोलकाता में अंडर ट्रेनिंग हैं। उनकी एक बेटी है जो पहली कक्षा में पढ़ती है। नमांश के माता पिता दोनों बहू और नमांश की बेटी के साथ रह रहे थे। भाई लगभग एक महीने पहले ही घर आए थे और करीब 10–12 दिन पहले फिर वहां गए थे। उन्होंने बताया कि शहीद की एक बहन है जिसकी शादी हमीरपुर में हुई है। पार्थिव देह लगभग 2 बजे के आसपास गांव में पहुंचने की संभावना है। दुबई एयर शो में हुआ हादसा बता दें कि, बीते शुक्रवार को दुबई एयर शो के दौरान भारतीय वायुसेना का तेजस लड़ाकू विमान एक फ्लाइंग एक्सरसाइज के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में कांगड़ा निवासी विंग कमांडर नमांश स्याल (34) शहीद हो गए। भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 2 बजे, तेजस विमान हवा में करतब दिखा रहा था कि अचानक नियंत्रण खो बैठा और दर्शकों के सामने जमीन से जा टकराया। टक्कर के कुछ ही क्षण बाद आग का बड़ा गोला और धुएं का गुबार उठता नजर आया। हादसा इतना तेज था कि पायलट खुद को बचा नहीं सके। सैनिक स्कूल से मिली थी देशसेवा की राह नमांश स्याल कांगड़ा जिले की पटियालकर पंचायत के रहने वाले थे। उनके पिता जगन्नाथ स्याल भारतीय सेना में अधिकारी रहे। बाद में वे हिमाचल शिक्षा विभाग में स्कूल प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत्त हुए।
नमांश ने सुजानपुर स्थित सैनिक स्कूल से पढ़ाई की और 2005 बैच से पासआउट थे। बाद में उन्होंने ग्रेजुएशन के साथ एयरफोर्स में शामिल होने की तैयारी की थी। शहीद नमांश के परिवार में उनकी पत्नी अफसान, एक बेटी और माता-पिता हैं। सीएम ने जताई संवेदनाएं
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विंग कमांडर नमांश स्याल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने X पर लिखा, “देश ने एक बहादुर, कर्तव्यनिष्ठ और साहसी पायलट खो दिया है। वीर सपूत नमांश स्याल जी की अदम्य वीरता, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रसेवा के प्रति समर्पण को हृदय से नमन।”